छतरपुर : जिले के सहकारी बैंक की ईशानगर शाखा में किसान माफी योजना के नाम पर 3 करोड़ 74 लाख 85 हजार रुपए फर्जी तरीके से निकालने का मामला सामने आया है. इस घोटाले में बैंक मैनेजर की शिकायत पर तत्कालीन बैंक मैनेजर समेत 8 लोगों पर मामला दर्ज हुआ. वहीं जांच में दोषी पाए जाने पर तत्कालीन ब्रांच मैनेजर विवेक भारती, सहायक सुनील शुक्ला, कम्प्यूटर ऑपरेटर पारस जैन सहित समिति प्रबंधक शिवपूजन शुक्ला, उत्तम तिवारी, घनश्याम तिवारी, रनमत सिंह और राजेश यादव को सस्पेंड भी किया गया है.
बैंक प्रशासक के निर्देश पर मामला दर्ज
बैंक प्रशासक करुणेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर ईशानगर ब्रांच के वर्तमान प्रबंधक सुरेश कुमार रावत रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आवेदन के साथ प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों के आधार पर ईशानगर थाने में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा ईशानगर के तहत आने वाली सहकारी समिति ईशानगर, सलैया, बंधीकला, गहरवार, रनगुवां में CM किसान ब्याज माफी योजना में धांधली की बात सामने आई है.
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3.74 करोड़ रु का फर्जीवाड़ा करने के आरोप
आरोप हैं कि सभी आरोपियों ने मिलीभगत से किसानों के फर्जी खाते खुलवाए और राशि उन खातों में डाल दी. इसके बाद अन्य खातों में इस राशि को आरटीजीएस के माध्यम से दूसरे खातों में डाल दिया गया. इस तरह लगभग 3 करोड़ 74 लाख 85 हजार रु का कर्मचारियों ने बंदरबांट कर दिया. वहीं सहकारी समिति ईशानगर के प्रबंधक शिवपूजन शुक्ला ने कहा, ' मेरे ऊपर जो एफआईआर हुई वह गलत हुई है, मैंने पैसा निकाला था और फिर जमा कर दिया था, पूरे जिले की अधिकांश सोसायटियों में इस तरह से हुआ है लेकिन मेरे ऊपर जो कार्रवाई हुई है वह साजिश है.'' वहीं इस मामले में छतरपुर एसपी अगम जैन ने कहा, '' एक जांच प्रतिवेदन ईशानगर में जिला सहकारी बैंक के माध्यम से प्राप्त हुआ है, जिसमें गबन का मामला है. उसी आधार पर 8 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.''