ETV Bharat / state

छतरपुर के जलविहार मेला में झूमे श्रोता, लोकगीतों की बौछारों के सामने भारी बारिश भी फीकी - Honouring Lokgeet singers

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 11 hours ago

मध्यप्रदेश के छतरपुर में भारी बारिश के बीच जलविहार मेला में लोकगीतों की धूम रही. गायक कलाकारों और श्रोताओं के जोश के सामने बारिश भी फीकी पड़ गई. मेले में आज गुरुवार रात को कवि सम्मेलन का आयोजन होगा.

Chhatarpur Jalvihar Mela
छतरपुर में लोकगीत कलाकारों का सम्मान (ETV BHARAT)

छतरपुर। शहर में मेला जलविहार मेला का जलवा कायम है. बुधवार रात तेज बारिश के बाद भी बुंदेली लोकगीत का धमाकेदार कार्यक्रम हुआ. लोकगीत कलाकारों ने भी लोगों की फरमाइश पर शानदार लोकगीत सुनाए. खास बात ये रही है कि तेज बारिश के बाद भी लोगों के साथ ही गायक कलाकारों के जोश में कोई कमी दिखाई नहीं दी. बता दें कि छतरपुर शहर के बीचोंबीच 100 साल से मेला जलविहार मेले की परंपरा चली आ रही है. शहर के गल्ला मंडी परिसर में लगातार मेला जलविहार का आयोजन किया जा रहा है.

छतरपुर में भारी बारिश के बीच लोकगीतों की धूम (ETV BHARAT)

लोकगीत कलाकारों ने जनता को किया मंत्रमुग्ध

छतरपुर शहर में मां अन्नपूर्णा के नाम पर जलविहार मेले का आयोजन इस साल भी चल रहा है. इस दौरान भारी बारिश ने मेला के आयोजन में खलल तो पैदा किया लेकिन जनता की फरमाइश पर बुंदेली लोकगीतों की बौछारें होती रहीं. गायक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां देकर लोगों का मन मोह लिया. समिति के महासचिव पं.सौरभ तिवारी ने बताया "जलविहार महोत्सव के दौरान लगभग हर वर्ष बारिश होती है. ऐसा ही इस वर्ष भी महोत्सव के तीसरे दिन हुआ." जलविहार महोत्सव के दौरान बुंदेलखंड की जानीमानी लोकगीत कलाकार चिरैया एंड पार्टी द्वारा बुंदेली लोकगीतों का रंगारंग कार्यक्रम बारिश के बीच सम्पन्न हुआ.

लोकगीत कलाकारों के साथ पूरी पार्टी का सम्मान

एक ओर जहां जोरदार बारिश की बहार थी, वहीं दूसरी ओर मेला मंच पर लोकगीतों की मजेदार फुहार चली. लोकगीत गायिका चिरैया के साथ बाबूलाल मस्ताना, सरोज सरगम, रचना विश्वकर्मा, ऋषि मस्ताना, मुकेश वर्मा ने अपनी गायकी की ऐसी छाप छोड़ी कि सुनने वाले मंत्रमुग्ध हो गए. वहीं बैंजो पर नवल किशोर तिवारी, भागचंद, ढोलक पर वीरेंद्र सूर्यवंशी, तबला पर टिंकू राजा, झींका पर बुद्धिप्रकाश चौबे व मंजीरा पर पप्पू ने अपनी अद्भुत प्रस्तुति दी.

ये खबरें भी पढ़ें...

MP के बुंदेलखंड इनसाइक्लोपीडिया की बेवसाइट का लोकार्पण, बुंदेली शब्दकोश पहले ही हो चुका है प्रकाशित

बीस साल की तपस्या से तैयार किया 50 हजार का शब्दकोश, अब विश्व शब्दकोश की तैयारी कर रहीं डॉ. सरोज गुप्ता

जवाबी कीर्तन का मुकाबला कल होगा

कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी कलाकारों का सम्मान किया गया. लोकगीतों से पूर्व मां अन्नपूर्णा व अन्य विमानों की महाआरती हुई, जिसमें यजमान के रूप में मशहूर व्यापारी भगवतशरण अग्रवाल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अशोक दुबे, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष बॉबी राजा गठेवरा शामिल हुए. मेला संयोजक श्रीप्रकाश पटैरिया ने बताया "19 सितंबर को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का कार्यक्रम होगा. इसमें बाहर से आए कवियों द्वारा कविता पाठ होगा. 20 सितंबर को जवाबी कीर्तन का मुकाबला क्रांतिमाला कानपुर व नीलम विश्वकर्मा के बीच होगा."

छतरपुर। शहर में मेला जलविहार मेला का जलवा कायम है. बुधवार रात तेज बारिश के बाद भी बुंदेली लोकगीत का धमाकेदार कार्यक्रम हुआ. लोकगीत कलाकारों ने भी लोगों की फरमाइश पर शानदार लोकगीत सुनाए. खास बात ये रही है कि तेज बारिश के बाद भी लोगों के साथ ही गायक कलाकारों के जोश में कोई कमी दिखाई नहीं दी. बता दें कि छतरपुर शहर के बीचोंबीच 100 साल से मेला जलविहार मेले की परंपरा चली आ रही है. शहर के गल्ला मंडी परिसर में लगातार मेला जलविहार का आयोजन किया जा रहा है.

छतरपुर में भारी बारिश के बीच लोकगीतों की धूम (ETV BHARAT)

लोकगीत कलाकारों ने जनता को किया मंत्रमुग्ध

छतरपुर शहर में मां अन्नपूर्णा के नाम पर जलविहार मेले का आयोजन इस साल भी चल रहा है. इस दौरान भारी बारिश ने मेला के आयोजन में खलल तो पैदा किया लेकिन जनता की फरमाइश पर बुंदेली लोकगीतों की बौछारें होती रहीं. गायक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां देकर लोगों का मन मोह लिया. समिति के महासचिव पं.सौरभ तिवारी ने बताया "जलविहार महोत्सव के दौरान लगभग हर वर्ष बारिश होती है. ऐसा ही इस वर्ष भी महोत्सव के तीसरे दिन हुआ." जलविहार महोत्सव के दौरान बुंदेलखंड की जानीमानी लोकगीत कलाकार चिरैया एंड पार्टी द्वारा बुंदेली लोकगीतों का रंगारंग कार्यक्रम बारिश के बीच सम्पन्न हुआ.

लोकगीत कलाकारों के साथ पूरी पार्टी का सम्मान

एक ओर जहां जोरदार बारिश की बहार थी, वहीं दूसरी ओर मेला मंच पर लोकगीतों की मजेदार फुहार चली. लोकगीत गायिका चिरैया के साथ बाबूलाल मस्ताना, सरोज सरगम, रचना विश्वकर्मा, ऋषि मस्ताना, मुकेश वर्मा ने अपनी गायकी की ऐसी छाप छोड़ी कि सुनने वाले मंत्रमुग्ध हो गए. वहीं बैंजो पर नवल किशोर तिवारी, भागचंद, ढोलक पर वीरेंद्र सूर्यवंशी, तबला पर टिंकू राजा, झींका पर बुद्धिप्रकाश चौबे व मंजीरा पर पप्पू ने अपनी अद्भुत प्रस्तुति दी.

ये खबरें भी पढ़ें...

MP के बुंदेलखंड इनसाइक्लोपीडिया की बेवसाइट का लोकार्पण, बुंदेली शब्दकोश पहले ही हो चुका है प्रकाशित

बीस साल की तपस्या से तैयार किया 50 हजार का शब्दकोश, अब विश्व शब्दकोश की तैयारी कर रहीं डॉ. सरोज गुप्ता

जवाबी कीर्तन का मुकाबला कल होगा

कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी कलाकारों का सम्मान किया गया. लोकगीतों से पूर्व मां अन्नपूर्णा व अन्य विमानों की महाआरती हुई, जिसमें यजमान के रूप में मशहूर व्यापारी भगवतशरण अग्रवाल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष अशोक दुबे, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष बॉबी राजा गठेवरा शामिल हुए. मेला संयोजक श्रीप्रकाश पटैरिया ने बताया "19 सितंबर को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का कार्यक्रम होगा. इसमें बाहर से आए कवियों द्वारा कविता पाठ होगा. 20 सितंबर को जवाबी कीर्तन का मुकाबला क्रांतिमाला कानपुर व नीलम विश्वकर्मा के बीच होगा."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.