छतरपुर: देश दुनिया में प्रसिद्ध बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मौन व्रत कर साधना में लगे हैं. जगत के कल्याण और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए उन्होंने प्राण लिया है. जिसको लेकर वह लगातार नवरात्रि में मां की शक्ति साधना में लीन हैं. बाबा केन नदी के तट पर पहुंचकर स्नान किया. इसके बाद तट पर बैठकर हवन किया. बनारस से आए यज्ञ आचार्य द्वारा मंत्रोच्चार किए गए.
धीरेंद्र शास्त्री ने शुरू किया मौन व्रत
भारत को हिन्दू राष्ट्र बनने की बात को देश के पटल पर रखने वाले पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों नवरात्रि पर मौन व्रत कर रहे हैं. विश्व कल्याण के लिए धाम पर रहकर माता रानी की भक्ति में लीन हैं. बागेश्वर धाम से करीब 25 किलोमीटर दूर से निकली केन नदी पहुंचकर बागेश्वर सरकार ने पहले स्नान किया. इसके बाद तट पर बैठकर हवन किया. इस दौरान बनारस से आए यज्ञ आचार्य राजा पांडे महाराज द्वारा मंत्रोच्चार किए गए. बागेश्वर बाबा हर रोज 1 घंटे अपनी साधना से बाहर आकर दूर दूर से आये हुए भक्तों को दर्शन देते हैं. वहीं भक्तों की मनोकामना के लिए बागेश्वर धाम में भगवान हनुमान से प्रार्थना करते है.
सप्त कुण्डीय शतचण्डी कर रहे बाबा
बागेश्वर धाम के सेवादार ऋषि शुक्ला ने बताया कि "बाबा महाराज संकल्पों की पूर्ति के लिए साधना कर रहे हैं. वे 9 दिनों तक उपवास रखकर माता रानी के नाम का जप करने में लगे हैं. बागेश्वर धाम में सप्त कुण्डीय शतचण्डी महायज्ञ चल रहा है. इस महायज्ञ में भी जगत के कल्याण के लिए आहूतियां डाली जा रही हैं. पीठाधीश्वर दिन में एक बार अपने साधना कक्ष से बाहर निकलकर यहां आने वाले लाखों लोगों के समुदाय को दर्शन लाभ देते हुए आशीर्वाद देतें हैं.
भक्ति भाव में डूबे भक्तगण
बागेश्वर धाम में 2 स्थानों में मां दुर्गा की मूर्तियां स्थापित की गई हैं. वहीं भव्य रामलीला चल रही है. बागेश्वर धाम में आने वाले हजारों लोग धार्मिक महोत्सव में रचे बसे दिखाई दे रहे हैं. बनारस के यज्ञाचार्य पंडित राजा पाण्डेय के नेतृत्व में विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महायज्ञ किया जा रहा है. महाराज का मौन व्रत पूरे नवरात्रि तक चलेगा.