छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर में बीती रात उस वक्त हडकंप मच गया, जब कार रेसिंग के चक्कर ने एक भयानक सड़क हादसा हो गया. इस हादसे में ट्रैफिक अधिकारी के बेटे सहित 3 युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. मौके पर मौजूद कुछ युवकों ने थार कार में फंसे घायलों को बाहर निकाला और जिला अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया.
रेस लगाने के चक्कर में हादसे का शिकार हुई थार
दरअसल, छतरपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में नंदन कानन कॉलोनी के सामने दो थार गाड़ियों में बैठे युवा आपस में रेसिंग कर रहे थे. इस दौरान एक थार डिवाइडर से टकराकर पेड़ से टकराते हुए पलट गई और दूसरी कार सुरक्षित निकल गई. पेड़ से टकराई थार की आवाज इतनी तेज थी कि वहां मौजूद लोगों को लगा कि यहां कोई बम फटा है. इसी बीच पास में मौजूद ढाबे पर बैठे 3 युवाओं ने कार के अंदर फंसे घायलों को कांच तोड़ बाहर निकाला, लेकिन चालक ज्ञानेश पटेल बुरी तरह फंसे होने के कारण करीब एक घंटे तक गाड़ी के अंदर जिंदगी और मौत से लड़ता रहा.
घायलों को पहुंचाया गया जिला अस्पताल
जानकारी लगते ही मौके पर सिविल लाइन टीआई बाल्मीक चौबे, ASP विंक्रम सिंह, नोगांव SDOP चंचलेश मरकाम, ट्रैफिक अधिकारी बृहस्पति साकेत मौके पर पहुंचे. इसके बाद गाड़ी में फंसे चालक को बाहर निकाला गया. फिर एम्बुलेंस व निजी वाहनों की मदद से घायलों को जिला हॉस्पिटल इलाज के लिए भेजा गया. घायलों में ज्ञानेश पटेल, नितीश सक्ससेना और छतरपुर ट्रैफिक अधिकारी बृहस्पति साकेत के बेटे संजय साकेत शामिल हैं.
150 किमी की रफ्तार से भाग रही थीं कारें
वहीं मौके पर मौजूद युवा लोकेन्द्र वर्मा ने बताया, ''दो थार गाड़ियां रेसिंग कर रही थी. इस दौरान एक गाड़ी पेड़ से टकराकर पलट गई. दोनों गाड़ियों की स्पीड लगभग 150 किमी रही होगी. कार को हम लोगों ने सीधा किया और अंदर फंसे लोगों को बाहर निकला है.'' सिविल लाइन टीआई बाल्मीक चौबे ने बताया,''नंदन कानन कॉलोनी के सामने एक सड़क हादसा हुआ है, जिसमें 3 लोग घायल हुए हैं. घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है.''