छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बीएसपी नेता महेंद्र गुप्ता की 4 मार्च को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस सनसनीखेज वारदात से जिले में दहशत का माहौल बन गया था. इस हत्याकांड में छतरपुर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड का खुलासा करते हुए छतरपुर एसपी अमित सांघी ने जानकारी देते हुए बताया कि ''हत्या करने की मुख्य वजह पुरानी रंजिश थी. महेंद्र गुप्ता और हत्याकांड के मुख्य आरोपी का पिछले 20 से 25 साल पुराना विवाद चला रहा है, जिसको लेकर महेंद्र गुप्ता की हत्या की गई. इस हत्याकांड में कुल 7 आरोपी शामिल हैं, जिनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आरोपी और सरगना अभी भी फरार है.''
फिल्मी अंदाज में दिया घटना को अंजाम
महेंद्र गुप्ता की हत्या बिलकुल फिल्मी अंदाज में की गई थी. आरोपियों ने हत्या करने से पहले महेंद्र गुप्ता की 2 माह तक रेकी की और इस बात पर नजर रखी कि वह कब और कहां जा रहे हैं. आरोपियों को इस बात की पहले से जानकारी थी कि महेंद्र गुप्ता को 3 मार्च को छतरपुर में एक शादी समारोह में आना है और यही पर आरोपियों ने घटना को अंजाम देना तय किया. सातों आरोपी हथियारों से लैस थे और अलग अलग प्वाइंट पर खड़े थे. एक दूसरे को बैकअप देने लिए एक आरोपी महेंद्र के पास आया और उसने कपपट्टी के पास से देशी कट्टे फायर कर दिया जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए.
चार थाना प्रभारियों को मिलाकर बनाई गई थी एक टीम
एसपी अमित सांघी ने बताया कि ''चार थाना प्रभारी को मिलाकर एक विशेष टीम बनाई गई थी, जो हत्या के बाद से लगातार आरोपियों की तलाश और साक्ष्य को जुटा रही थी. हमने एक आरोपी को सीधी जिले से पकड़ा है जो की छतरपुर जिले का रहने वाला है. लेकिन हत्या के बाद सीधी में रह रहा था. हत्या में कुल सात लोग शामिल हैं जिसमें से तीन ईसानगर थाना क्षेत्र, एक छतरपुर शहर एवं दो अन्य जिलों के रहने वाले हैं. हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस हत्याकांड में शामिल हम अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी कर लेंगे.''
Also Read: BSP नेता की हत्या से गुस्साई महिलाएं, हाथों में पत्थर लेकर पहुंची पुलिस स्टेशन छतरपुर में पीड़ित पिता की एसपी से गुहार, साहब बेटी की शादी में दी जाए सुरक्षा |
बीएसपी के कद्दावर नेता थे महेंद्र गुप्ता
महेंद्र गुप्ता बीएसपी के एक कद्दाबर नेता थे और पिछले दो बार से ईसा नगर विधानसभा से बीएसपी के उम्मीदवार रहे. ईसानगर पंचायत से वह सरपंच भी रहे और आम जनता में उनकी खासी पकड़ थी.