छतरपुर: बागेश्वर धाम स्थित प्रसाद की दुकानों और रेस्टोरेंट पर खाद्य औषधि विभाग ने छापा मारा है. यह कार्रवाई भक्तों को दूषित प्रसाद बेचने के संदेह में की गई है. छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल के निर्देश पर टीम गठित कर कार्रवाई की गई है. जिसमें 10 प्रसाद की दुकानों सहित 2 होटल के सैंपल लिए गए हैं.
बागेश्वर धाम में खाद्य औषधि विभाग का छापा
दूषित प्रसाद बेचने के संदेह पर कलेक्टर के निर्देश पर छापा मारने की कार्रवाई की गई है. गठित टीम ने बागेश्वर धाम स्थित कृष्णा प्रसाद भंडार, पाल पालनहार मिष्ठान भंडार, कसौधन मिष्ठान भंडार, हनी मिष्ठान भंडार, महादेव मिष्ठान भंडार, कन्हैया होटल, श्री राम मिष्ठान भंडार, पारस भोजनालय, और गुरुक्रपा रेस्टोरेंट का निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने अग्रवाल मिष्ठान भंडार से मगज के लड्डू, पल पालनहार मिष्ठान भंडार से पेड़ा, कन्हैया होटल से कलाकंद और पेड़ा, कृष्णा प्रसाद भंडार से कलाकंद के नमूने लिए गए. अग्रवाल मिष्ठान भंडार से 2 किलोग्राम मिल्क केक और कन्हैया होटल से 20 किलोग्राम मगज के लड्डू का बूरा नष्ट कराया गया.
खाद्य पदार्थों में मिला सकते हैं फूड कलर
खाद्य अधिकारी ने दुकानों में निरीक्षण के दौरान कहा कि "प्रसाद विक्रेता मिठाइयों में केवल फूड कलर का उपयोग कर सकतें हैं. ग्वालियर और झांसी से आने वाले मिल्क केक का विक्रय न करने के निर्देश दिए गए. प्रसाद को ढककर रखने और ताजा बना प्रसाद ही विक्रय करने के निर्देश दिए गए. एसडीएम बलवीर रमन ने बताया कि "खाद्य कारोबारियों को खाद्य पंजीयन प्राप्त करने के लिए सोमवार 7 अक्टूबर को बागेश्वर धाम गढ़ा में विशेष कैंप लगाया जाएगा."
इन पदार्थों को कराया गया नष्ट
खाद्य औषधि विभाग के छापेमारी दल ने बागेश्वर धाम में खाद्य दुकानों में निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मिष्ठान और प्रसाद की दुकान सहित 10 दुकानों में छापा मारा. साथ ही खाद्य पदार्थों ने नमूले लेकर जांच के लिए भेजे. वहीं मिल्क केक और मगज के लड्डू का बूरा नष्ट कराया गया. इसके अलावा प्रसाद विक्रेताओं को निर्देश दिए हैं.