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गाजियाबाद: एमएमजी अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन और कार्डियोलॉजिस्ट के पद खाली, मरीजों को हो रही परेशानी - Ghaziabad MMG hospital

Ghaziabad MMG hospital have no Chest physician and cardiologist : गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन और कार्डियोलॉजिस्ट के पद खाली है. प्रशासन को इस बात की सूचना देने के बावजूद भी यहां अब तक किसी भी डॉक्टर की नियुक्ति नहीं हुई है. ऐसे में अस्पताल में आने वाले सांस और दिल की बीमारी के गंभीर मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

एमएमजी अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन और कार्डियोलॉजिस्ट के पद खाली
एमएमजी अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन और कार्डियोलॉजिस्ट के पद खाली (ETV BHARAT REPORTER)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 13, 2024, 7:20 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में बारिश के बाद उमस बढ़ने के साथ-साथ अस्पताल में सांस के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में हर दिन तकरीबन 35 से 40 सांस के मरीज पहुंच रहे हैं. अस्पताल में इतनी संख्या में सांस के मरीज आने के बावजूद इस अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन उपलब्ध नहीं है. अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन का पद रिक्त है. केवल चेस्ट फिजिशियन ही नहीं बल्कि एमएमजी अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट भी नहीं है.

गाजियाबाद के जिला एमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ राकेश कुमार सिंह का कहना है कि बरसात के मौसम में सांस के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. एमएमजी अस्पताल में मौजूद फिजिशियन डॉ आलोक रंजन सांस के मरीजों को देख रहे हैं. फिलहाल अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन मौजूद नहीं है. फिलहाल एमएमजी अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन की सीट रिक्त है. जिसकी जानकारी शासन को भेजी जा चुकी है.

डॉ राकेश कुमार के मुताबिक हालांकि अभी शासन की ओर से चेस्ट फिजिसियन की तैनाती को लेकर कोई अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. इसलिए एमएमजी अस्पताल में पहुंचने वाले गंभीर मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जाता है. ज्यादात्तर यहां आये सांस की गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को दिल्ली के जीटीबी और मेरठ के मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है.

ये भी पढ़ें : एमएमजी अस्पताल में शुरू हुआ नि:शुल्क सीटी स्कैन, संयुक्त अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन अब भी ठप

सीएमएस डॉ राकेश कुमार सिंह का कहना है कि एमएमजी अस्पताल में फिलहाल कार्डियोलॉजिस्ट का पद भी रिक्त है. कार्डियोलॉजिस्ट ना होने के चलते जनरल फिजिशियन द्वारा ही मरीजों को देखा जा रहा है. हार्ट से संबंधित गंभीर मरीजों को भी यहां इलाज नहीं मिल पाता है इसलिए उन्हें दिल्ली के जीटीबी और मेरठ के मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है

ये भी पढ़ें : गाजियाबाद में MMG अस्पताल में 16 प्वाइंट्स पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे, लखनऊ के ICC सेंटर से होगी निगरानी

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में बारिश के बाद उमस बढ़ने के साथ-साथ अस्पताल में सांस के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में हर दिन तकरीबन 35 से 40 सांस के मरीज पहुंच रहे हैं. अस्पताल में इतनी संख्या में सांस के मरीज आने के बावजूद इस अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन उपलब्ध नहीं है. अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन का पद रिक्त है. केवल चेस्ट फिजिशियन ही नहीं बल्कि एमएमजी अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट भी नहीं है.

गाजियाबाद के जिला एमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ राकेश कुमार सिंह का कहना है कि बरसात के मौसम में सांस के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. एमएमजी अस्पताल में मौजूद फिजिशियन डॉ आलोक रंजन सांस के मरीजों को देख रहे हैं. फिलहाल अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन मौजूद नहीं है. फिलहाल एमएमजी अस्पताल में चेस्ट फिजिशियन की सीट रिक्त है. जिसकी जानकारी शासन को भेजी जा चुकी है.

डॉ राकेश कुमार के मुताबिक हालांकि अभी शासन की ओर से चेस्ट फिजिसियन की तैनाती को लेकर कोई अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. इसलिए एमएमजी अस्पताल में पहुंचने वाले गंभीर मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जाता है. ज्यादात्तर यहां आये सांस की गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को दिल्ली के जीटीबी और मेरठ के मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है.

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सीएमएस डॉ राकेश कुमार सिंह का कहना है कि एमएमजी अस्पताल में फिलहाल कार्डियोलॉजिस्ट का पद भी रिक्त है. कार्डियोलॉजिस्ट ना होने के चलते जनरल फिजिशियन द्वारा ही मरीजों को देखा जा रहा है. हार्ट से संबंधित गंभीर मरीजों को भी यहां इलाज नहीं मिल पाता है इसलिए उन्हें दिल्ली के जीटीबी और मेरठ के मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है

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