आजमगढ़ : दिल्ली पुलिस का फर्जी दारोगा बताकर बेरोजगारों से ठगी करने वाले शख्स को आजमगढ़ पुलिस ने उसके पैतृक गांव से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपी ने जहानागंज थाना क्षेत्र के बेरोजगार युवकों से नौ लाख रुपये नौकरी लगवाने के एवज में लिए थे. पुलिस ने आरोपी के पास से कार समेत कई फर्जी अभिलेख भी बरामद किए हैं.
प्रभारी निरीक्षक जहानागंज केके गुप्ता के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी प्रद्युम्न कुमार पुत्र श्यामलाल है. वह जहानागंज थाने के करउत गांव का रहने वाला है. जहानागंज थाना क्षेत्र के बरहतिर जगदीशपुर गांव निवासी आकाश कुमार पुत्र अरविंद कुमार ने तहरीर दी थी. आकाश के अनुसार प्रद्युम्न कुमार अपने आप को दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर बताता था. प्रद्युम्न कुमार ने मुझे दिल्ली पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख रुपये लिए थे. इसके अलावा क्षेत्र के अरुण कुमार सहित तीन लोगों से कुल नौ लाख रुपये लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिए. ठगी का एहसास होने पर प्रद्युम्न को ढूंढना शुरू किया, लेकिन वह फरार हो गया. सोमवार को आरोपी प्रद्युम्न अपने घर पहुंचा था. इसी दौरान पीड़ितों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. फिलहाल प्रद्युम्न को जेल भेज दिया गया है.
गिरफ्तार फर्जी दारोगा ने उगला राज : प्रभारी निरीक्षक जहानागंज केके गुप्ता ने बताया कि आरोपी प्रद्युम्न पहले दिल्ली में अपने पिता के पास रहकर प्राइवेट नौकरी करता था. पैसे के लालच में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की योजना बनाई थी. इसके लिए गांव पहुंच कर खुद को दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर बताकर आकाश कुमार और अन्य युवाओं को पुलिस पोस्ट ऑफिस में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. इसके एवज में आकाश, सूरज व अरुण तीनों से नौ लाख रुपये ले लिए और बिना डेट वाले फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिए. ज्वाइनिग डेट फिर से बताने के लिए पैसे मांगे थे, लेकिन शक होने पर आकाश ने मुझे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
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