हिसार: चंडीगढ़ में नाइट क्लब के बाहर बम फेंकने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार की शाम हिसार में चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने आरोपियों का एनकाउंटर किया. दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग की गई. इस दौरान दोनों आरोपियों के पैर में गोली लग गई. जिसके चलते दोनों घायल हो गए. इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया. दोनों की पहचान अजीत और देवा के रूप में हुई है. दोनों ही हिसार के खरड़ गांव के रहने वाले हैं.
वारदात को अंजाम देने के बाद हरियाणा आए थे बदमाश: पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ में ब्लास्ट करने के बाद आरोपियों ने बाइक से हरियाणा में एंट्री की और हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर सैनी माजरा टोल पर पहुंचे. यहां दोनों ने बाइक को छिपा दिया और हरियाणा रोडवेज की बस में सवार हो कर दोनों हिसार के बरवाला स्थित बाडोपट्टी टोल पर पहुंचे. यहां से उन्होंने सोनू नाम के युवक से बाइक पर लिफ्ट ली. फिर अपने-अपने गांव पहुंच गए.
चंडीगढ़ पुलिस को ऐसे मिला सुराग: चंडीगढ़ पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपियों की धरपकड़ में जुटी थी. पुलिस ने चंडीगढ़ और बरवाला के बीच करीब 500 सीसीटीवी फुटेज खंगाली. पुलिस ने बाडो पट्टी टोल पर सीसीटीवी चेक किए, तो आरोपी बस से उतरते दिखे. पुलिस को सीसीटीवी में सोनू की बाइक भी दिखी. बाइक के नंबर से पुलिस सोनू तक पहुंची. सोनू ने पुलिस को दोनों आरोपियों के बारे में बताया.
हरियाणा और चंडीगढ़ पुलिस ने की कार्रवाई: चंडीगढ़ पुलिस ने ये जानकारी हरियाणा STF के साथ शेयर की. आरोपियों के फोटो भी शेयर कर दिए गए. इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा पुलिस ने मिलकर आरोपियों को पकड़ने के लिए संयुक्त रूप से अभियान चलाया. पुलिस को सूचना मिली कि दोनों आरोपी हिसार के साउथ बाइपास पर पीरावाली गांव के पास हैं. इस सूचना पर जब पुलिस की टीम दोनों को गिरफ्तार करने पहुंची, तो उन्होंने पुलिस की टीम पर फायरिंग की.
हिसार में आरोपियों का एनकाउंटर: दोनों आरोपियों के पास ऑटोमेटिक पिस्टल थी. पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने 6 से 7 राउंड फायरिंग की. इस दौरान 2 पुलिसवालों को गोलियां लगीं, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट होने की वजह से वो बच गए. जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की. इस फायरिंग में आरोपी विनय और आरोपी अजित के पैर पर पुलिस की गोली लगी. जिसके बाद दोनों घायल आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया और हिसार सिविल अस्पताल में भर्ती कराया.
26 नवंबर 2024 की सुबह तीन बजे के करीब दो नाइट क्लबों के बाहर विस्फोटक फेंका गया था. जिसके बाद जोरदार ब्लास्ट हुआ. जिसके चलते डि ओरा क्लब के शीशे टूट गए थे. गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ.
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली है धमाके की जिम्मेदारी: बता दें कि सेविले बार एंड लाउंज और डी ओरा क्लब के बाहर हुए धमाके की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली थी. एक फेसबुक पोस्ट के जरिए गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने अपने आप को और लॉरेंस गैंग को टैग करते हुए लिखा कि क्लब के मालिकों ने प्रोटेक्शन मनी नहीं दी. जिसके चलते उन्होंने धमाके किए हैं.
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