चमोली: जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी (सारा) की बैठक ली. बैठक में प्राकृतिक जल स्रोत नौले, धारे और नदियों के संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर किए जाने वाले प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा की गई. इसके बाद समिति की ओर से 10 योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई. इसके अलावा 61.88 लाख लागत की योजनाओं के लिए भी धनराशि आवंटित की गई.
चमोली जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने वन, सिंचाई और पेयजल विभाग को मिलकर जल संवर्धन के लिए चिन्हित जल स्रोतों के पूरे क्षेत्र का तकनीकी सर्वेक्षण करते हुए ठोस योजनाओं के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रस्तावित योजनाओं के आउट कम के साथ पेश करने की बात कही. साथ ही उन्होंने राज्य स्तर पर स्वीकृति के लिए भेजी जाने वाली योजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट सोमवार यानी 9 दिसंबर तक उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं.
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने गुरुवार को स्प्रिंग एवं रिवर रिजुविनेशन अथॉरिटी (सारा) की बैठक ली। जिसमें प्राकृतिक जल स्रोत नौले-धारे और नदियों के जल संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर समिति द्वारा 10 योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई।@DIPR_UK @pushkardhami @ANI @chamolipolice pic.twitter.com/22orGikUqV
— DM Chamoli (@ChamoliDm) December 5, 2024
61.88 लाख रुपए की योजनाओं को धनराशि आवंटित: वहीं, बैठक में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता और सारा के नोडल अधिकारी अरविंद सिंह नेगी ने बताया कि सारा जिला समिति को आवंटित 2 करोड़ की धनराशि में से सहायक नदियों और गदेरों के रिज्यूविनेशन के लिए 61.88 लाख रुपए की योजनाओं को धनराशि आवंटित की जा चुकी है.
इन विभाग और संस्थानों के लिए योजनाओं की मिली स्वीकृति: बैठक में केदारनाथ वन प्रभाग, बदरीनाथ वन प्रभाग, जल संस्थान और जल निगम की 60 लाख रुपए की योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है. इसके साथ ही समिति की ओर से सहायक नदियों और गदेरों के रिज्यूविनेशन के लिए 22.75 लाख रुपए की योजनाओं को स्वीकृति दी गई है.
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