हजारीबाग, बड़कागांवः जिले के बड़कागांव-टंडवा पथ स्थित चमगढ़ा पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है. पुल के पूर्वी छोर पर मिट्टी का कटाव होने से पुल अंदर ही अंदर खोखला हो गया है. ऐसे में पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है. यह पुल क्षेत्र का लाइफलाइन माना जाता है. पुल में मिट्टी कटाव से स्थानीय लोगों को हादसे का भय सता रहा है.
भारी बारिश के कारण पुल से मिट्टी का कटाव
बताते चलें कि पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में भारी बारिश के कारण पुल के पूर्वी किनारे से मिट्टी का कटाव हो रहा है. वहीं विभाग और स्थानीय प्रशासन इस मामले में उदासीन है. इधर, पुल के ऊपर वाहनों का आवागमन जारी है. ऐसे में कभी भी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है.
प्रशासन की ओर से नहीं कराया गया कटावरोधी कार्य
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन की ओर से अब तक कटावरोधी कार्य और मरम्मत की दिशा में कोई पहल नहीं की गई है. ऐसे में यदि पुल ध्वस्त हो गया तो बड़कागांव-टंडवा पथ पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो जाएगा.
10 वर्ष पूर्व कराया गया था पुल का निर्माण
बता दें कि उक्त पुल का निर्माण लगभग 10 वर्ष पूर्व कराया गया था. स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा जैसे-तैसे पुल का निर्माण करा दिया गया था. लेकिन पिछले कुछ सालों से भारी बारिश नहीं होने के कारण पुल की गुणवत्ता की पोल नहीं खुली थी, लेकिन इस वर्ष भारी बारिश के बाद कटाव हो रहा है.
गार्डवाल का भी नहीं कराया गया निर्माण
ग्रामीणों का कहना है कि पुल की दोनों ओर 100-100 फीट ऊपरी दिशा की ओर गार्डवाल बनाने की आवश्यकता थी, लेकिन गार्डवाल का निर्माण नहीं कराया गया. इस कारण इस साल भारी बारिश के कारण अंदर से मिट्टी का कटाव हो गया है.
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