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चैत्र नवरात्र 2024: प्राचीन शिला माता मंदिर में दोपहर 12:05 बजे होगी घट स्थापना, दर्शन की ये रहेगी व्यवस्था - CHAITRA NAVRATRI 2024

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 8, 2024, 7:43 PM IST

Updated : Apr 9, 2024, 6:28 AM IST

जयपुर में आज मंगलवार से शुरू होने जा रहे चैत्र नवरात्रा के लिए मंदिरों और घरों में तैयारियां पूरी हो चुकी है. देवी मंदिरों में विशेष सजावट की गई है. घट स्थापना के लिए आवश्यक सामग्री तैयार कर ली गई है. इस बार घट स्थापना के बाद पूरे 9 दिन विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी. नवरात्रों को लेकर आमेर महल में विशेष तैयारी की गई है.

Chaitra Navratri 2023: Ghat establishment will be held in the ancient Shila Mata temple
चैत्र नवरात्र 2023: प्राचीन शिला माता मंदिर में सुबह 12:05 बजे होगी घट स्थापना

जयपुर. मां शक्ति की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रा आज मंगलवार से शुरू हो गए हैं. पहले नवरात्र को सुबह माता के मंदिरों में घट स्थापना की जाएगी. शिला माता मंदिर में दोपहर 12:05 बजे घट स्थापना की जाएगी. घट स्थापना के बाद पूरे 9 दिन विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी. नवरात्रों को लेकर आमेर महल में विशेष तैयारी की गई है. नवरात्र मेले के दौरान 8 अप्रैल से 18 अप्रैल तक आमेर महल में हाथी सवारी और रात्रिकालीन पर्यटन बंद रहेगा.

चैत्र नवरात्रों में प्राचीन आमेर शिला माता मंदिर में नवरात्र मेला भरेगा. आमेर शिला माता मंदिर में 9 अप्रैल को सुबह 12:05 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घट स्थापना की जाएगी. रोजाना माता के दरबार में पूजा अर्चना की जाएगी. नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. माता रानी का विशेष श्रंगार कर झांकी भी सजाई जाएगी. नवरात्रों में पूर्व राज परिवार की ओर से माता रानी की पोशाक चढ़ाई जाती है और रोजाना आभूषणों का विशेष श्रृंगार किया जाता है. शिला माता मंदिर में नवरात्रों के दौरान 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा अर्चना की जाएगी.

पढ़ें: चैत्र नवरात्र कल से, जानिए घट स्थापना का मुहूर्त

पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा: पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा होगी. दूसरे नवरात्र को ब्रह्मचारिणी माता, तीसरे नवरात्र को चंद्रघंटा माता, चौथे नवरात्र को कुषमांडा माता, पांचवे नवरात्रा को स्कंदमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवें नवरात्र को कालरात्रि माता, आठवे नवरात्र को महागौरी माता और नवे व आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी.

आमेर में दर्शनों की विशेष व्यवस्था: शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि शिला माता मंदिर में नवरात्र के दौरान दर्शनार्थियों के लिए दर्शनों की विशेष व्यवस्थाएं की गई है. नौ अप्रैल को पहले नवरात्र को 12:05 बजे घट स्थापना की जाएगी. करीब 1 बजे से भक्तों के लिए दर्शन शुरू होंगे. नवरात्रों के दौरान दूसरे नवरात्र से दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे. दूसरे नवरात्रा से आखरी नवरात्रा तक रोजाना सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे और शाम 4:00 बजे से रात 8:30 बजे तक भक्तों को दर्शन होंगे. निशा पूजन 15 अप्रैल को रात्रि 10:00 बजे होगी. 14 अप्रैल को छठ का मेला भरेगा. 16 अप्रैल अष्टमी को शाम 4:30 बजे पूर्णाहुति होगी. 18 अप्रैल को दशमी के दिन नवरात्रा उत्थापना सुबह 10:30 बजे किया जाएगा. नवरात्रों में रोजाना बाल भोग सुबह 8:00 बजे से 8:15 बजे तक और प्रातः आरती 11:00 बजे होगी. संध्या आरती शाम 6:45 बजे होगी. रात्रि भोग रात 7:45 बजे से 8:00 बजे तक होगा और शयन आरती रात्रि 8:30 बजे होगी.

यह भी पढ़ें: आज है सोमवती अमावस्या और साल का पहला सूर्य ग्रहण, इन उपायों से होगी मनोकामना पूरी

पर्यटकों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम: आमेर महल अधीक्षक राकेश छोलक ने बताया कि शारदीय चैत्र को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. आने वाले भक्तों और पर्यटकों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं आमेर महल में नवरात्र के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त होमगार्ड तैनात किए जाएंगे. सीसीटीवी कैमरा से भी निगरानी रखी जाएगी. नवरात्र के दौरान सुबह 8:00 से शाम 5:30 तक की महल में पर्यटकों का प्रवेश रहेगा. पर्यटकों की सुविधा के लिए आमेर महल में टिकट की व्यवस्था सिंहपोल द्वार पर की गई है. 8 अप्रैल से 18 अप्रैल तक रात्रि कालीन पर्यटन और हाथी सवारी बंद रहेगी.

जयपुर. मां शक्ति की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रा आज मंगलवार से शुरू हो गए हैं. पहले नवरात्र को सुबह माता के मंदिरों में घट स्थापना की जाएगी. शिला माता मंदिर में दोपहर 12:05 बजे घट स्थापना की जाएगी. घट स्थापना के बाद पूरे 9 दिन विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी. नवरात्रों को लेकर आमेर महल में विशेष तैयारी की गई है. नवरात्र मेले के दौरान 8 अप्रैल से 18 अप्रैल तक आमेर महल में हाथी सवारी और रात्रिकालीन पर्यटन बंद रहेगा.

चैत्र नवरात्रों में प्राचीन आमेर शिला माता मंदिर में नवरात्र मेला भरेगा. आमेर शिला माता मंदिर में 9 अप्रैल को सुबह 12:05 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घट स्थापना की जाएगी. रोजाना माता के दरबार में पूजा अर्चना की जाएगी. नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. माता रानी का विशेष श्रंगार कर झांकी भी सजाई जाएगी. नवरात्रों में पूर्व राज परिवार की ओर से माता रानी की पोशाक चढ़ाई जाती है और रोजाना आभूषणों का विशेष श्रृंगार किया जाता है. शिला माता मंदिर में नवरात्रों के दौरान 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा अर्चना की जाएगी.

पढ़ें: चैत्र नवरात्र कल से, जानिए घट स्थापना का मुहूर्त

पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा: पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा होगी. दूसरे नवरात्र को ब्रह्मचारिणी माता, तीसरे नवरात्र को चंद्रघंटा माता, चौथे नवरात्र को कुषमांडा माता, पांचवे नवरात्रा को स्कंदमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवें नवरात्र को कालरात्रि माता, आठवे नवरात्र को महागौरी माता और नवे व आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी.

आमेर में दर्शनों की विशेष व्यवस्था: शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि शिला माता मंदिर में नवरात्र के दौरान दर्शनार्थियों के लिए दर्शनों की विशेष व्यवस्थाएं की गई है. नौ अप्रैल को पहले नवरात्र को 12:05 बजे घट स्थापना की जाएगी. करीब 1 बजे से भक्तों के लिए दर्शन शुरू होंगे. नवरात्रों के दौरान दूसरे नवरात्र से दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे. दूसरे नवरात्रा से आखरी नवरात्रा तक रोजाना सुबह 6:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे और शाम 4:00 बजे से रात 8:30 बजे तक भक्तों को दर्शन होंगे. निशा पूजन 15 अप्रैल को रात्रि 10:00 बजे होगी. 14 अप्रैल को छठ का मेला भरेगा. 16 अप्रैल अष्टमी को शाम 4:30 बजे पूर्णाहुति होगी. 18 अप्रैल को दशमी के दिन नवरात्रा उत्थापना सुबह 10:30 बजे किया जाएगा. नवरात्रों में रोजाना बाल भोग सुबह 8:00 बजे से 8:15 बजे तक और प्रातः आरती 11:00 बजे होगी. संध्या आरती शाम 6:45 बजे होगी. रात्रि भोग रात 7:45 बजे से 8:00 बजे तक होगा और शयन आरती रात्रि 8:30 बजे होगी.

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पर्यटकों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम: आमेर महल अधीक्षक राकेश छोलक ने बताया कि शारदीय चैत्र को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. आने वाले भक्तों और पर्यटकों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं आमेर महल में नवरात्र के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त होमगार्ड तैनात किए जाएंगे. सीसीटीवी कैमरा से भी निगरानी रखी जाएगी. नवरात्र के दौरान सुबह 8:00 से शाम 5:30 तक की महल में पर्यटकों का प्रवेश रहेगा. पर्यटकों की सुविधा के लिए आमेर महल में टिकट की व्यवस्था सिंहपोल द्वार पर की गई है. 8 अप्रैल से 18 अप्रैल तक रात्रि कालीन पर्यटन और हाथी सवारी बंद रहेगी.

Last Updated : Apr 9, 2024, 6:28 AM IST
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