धमतरी: धमतरी में साल 2024 की यादें कई घटनाओं को समेटे हुए है. कई घरों के चिराग हमेशा के लिए बुझ गए तो कई घरों में अंधेरा कायम हो गया. राजनीतिक हलकों की बात करें तो यहां यहां कांग्रेस का विधायक जीता. अपराध की खबरों का बोलबाला रहा. नक्सली गतिविधियों पर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया. आध्यात्म के क्षेत्र में भी धमतरी का नाम गूंजा.
धमतरी का राजनीति इतिहास कायम रहा: धमतरी में जब कांग्रेस की सरकार थी तो यहां बीजेपी का विधायक था. जब बीजेपी की सरकार यहां आई तो यहां कांग्रेस का विधायक चुनाव जीता. इस तरह राजनीतिक पनौती यहां कायम रही. ओंकार साहू ने भाजपा की रंजना साहू को 2606 मतों से हराया था. इससे पहले भी छत्तीसगढ़ में जब जब शासन किसी पार्टी का होता है तब तब धमतरी में उसका उल्टा होता है. यह राजनीतिक रिवाज कायम रहा.
धमतरी में हादसों ने रुलाया: धमतरी में हादसों ने लोगों को रुलाने का काम साल 2024 में किया. सड़क हादसों के आंकड़ों के मुताबिक गौर करें तो 2023 में कुल 337 सड़क हादसे हुए हैं, जिसमें 168 की मौत हुई और 158 घायल हुए. वहीं, 2024 में अब तक कुल 325 हादसे हुए है, जिनमें 150 की मौत हुई और 160 घायल हुए. इस लिहाज से हादसों में सिर्फ 4 फीसदी की कमी, मौत में 11 फीसदी की कमी और घायलों में 2 फीसदी का इजाफा हुआ है. युवती की मौत और पुलिस आरक्षक की मौत ने लोगों को रुला दिया.
चाकूबाजी की घटनाएं बनी सिरदर्द: धमतरी में चाकूबाजी की घटनाएं सिरदर्द बनीं. यहां गौरी गौरा विसर्जन के दौरान एक युवक पर तीन लोगों ने चाकू से हमला कर दिया. इस घटना में युवक की मौत हो गई. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद धान चोरी के आरोप में 2024 के दिसंबर महीने में एक युवक की पिटाई की गई. इसमें उसकी जान चली गई. पुलिस ने तीन महिला समेत 13 आरोपियों को इस केस में गिरफ्तार किया. अब तक इस केस में कुल 29 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
धमतरी नगर निगम में कांग्रेस की आई सत्ता: साल 2024 में धमतरी नगर निगम में कांग्रेस की सत्ता आई.140 साल पुराने नगर पालिक निगम में जबसे कांग्रेस की सत्ता आई तब से विवादों में नगर निगम रहा है. भाजपा पार्षदों द्वारा कभी निगम के सामने नगाड़े बजाकर प्रदर्शन किया गया तो कभी कलेक्टोरेट पहुंचकर घेराव किया गया. भाजपाइयों का एक ही आरोप था कि महापौर द्वारा लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा है. जिसके चलते 40 वार्ड में विकास नहीं हो रहा.
35 साल बाद बदला विंध्यवासिनी का रूप: धमतरी में 35 साल बाद मां विंध्यवासिनी का रुप बदला. यहां लोग दूर दूर से दर्शन करने आते हैं. 35 साल बाद मां विंध्यवासिनी का चोला बदला है. पंडितों के अनुसार यह चोला 25 किलो का था. मां विंध्यवासिनी के चोला बदलने से माता के नए स्वरूप को देखने लोगों की भीड़ उमड़ने लगी थी. इससे पहले 60 साल पहले मां का चोला बदला गया था.
भैंस के लिए इनाम की घोषणा: धमतरी में एक अजब गजब घटना हुई. यहां एक किसान की दो भैंस चरते चरते अचानक कहीं चली गई. किसान ने पहले तो अपनी भैंसों को आसपास बहुत ढूंढा, लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला तब वह थक हारकर पुलिस की शरण पहुंचा, पुलिस की कार्यप्रणाली धीमी लगने के बाद किसान ने दोनों भैंसों पर इनाम की घोषणा की थी यह खबर काफी सुर्खियों में रहा. किसान गिरधर राम साहू कंडेल का रहने वाला है उसने अपने भैंस के लिए 2 हजार का इनाम रखा भी था.
नक्सली एनकाउंटर बनी सुर्खियां: आमझर के जंगल में माओवादी और पुलिस जवानों के बीच मुठभेड़ के बाद जवानों ने एक नक्सली को एनकाउंटर में मार गिराया. मारा गया नक्सली अरुण मंडावी जिस पर 5 लाख का इनाम भी था. अरुण सीता नदी टाइगर रिजर्व एरिया में सक्रिय था. पुलिस जवानों और नक्सलियों के बीच इस मुठभेड़ में कई नक्सली घायल भी हुए थे. उसके बाद नक्सली मैदान छोड़कर भाग गए थे. एनकाउंटर के बाद पुलिस ने मैंगो नामक महिला नक्सली को अरेस्ट किया था.
35 लाख की नगदी राशि मिली: अगस्त माह में धमतरी और गरियाबंद के बॉर्डर इलाके में माओवादियों के खिलाफ जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया. जिसमें पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली. मौके से 35 लाख की नगदी मिली थी. हालांकि जो पैसे मिले थे वह 2000 और 500 के नोट थे जो बंद हो चुके है. इसके अलावा 23 बीजीएल, बारूद, फ्लैशलाइट, मल्टीमीटर, सेंसर रिमोट और माओवादियों की वर्दी भी मिली. इसे बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा गया.
इनामी नक्सली ने किया सरेंडर: अगस्त महीने में 5 लाख के इनामी नक्सली अजय ने पुलिस के सामने सरेंडर किया. नक्सली अजय माओवादी संगठन में डिप्टी कमांडर के रूप में काम कर रहा था. वह सीतानदी दलम के सदस्य के रूप में काम कर चुका है. नक्सली अजय आईडी विस्फोट करने में माहिर था. वह दस साल से नक्सल संगठन में सक्रिय था. दो इनामी नक्सली ने भी सरेंडर किया दोनों पति पत्नी थे. दोनों नक्सलियों पर पांच-पांच लाख का इनाम भी घोषित था. महिला नक्सली प्रमिला और पुरुष नक्सली टिकेश वट्टी ने मुख्य धारा में लौटने का फैसला किया.
गंगरेल बांध में लबालब भरा पानी: साल 2024 में मूसलाधार बारिश से गंगरेल बांध लबालब भर गया. कैचमेंट एरिया से लगातार पानी की आवक की वजह से गंगरेल बांध का 14 गेट खोला गया था. जहां का नजारा काफी मनोरम था. गंगरेल बांध का पानी भिलाई स्टील प्लांट, रायपुर, बेमेतरा सहित प्रदेश के कई किसानों के फसलों के लिए काम आती है.
जल जगार महोत्सव: जल संरक्षण की दिशा में "जल जगार महोत्सव" का बड़ा आयोजन धमतरी जिला प्रशासन द्वारा किया गया था. गंगरेल में 5 और 6 अक्टूबर को बड़े स्तर पर आयोजन किए गए थे. इस महोत्सव में देश-विदेश के नीति निर्माता, पर्यावरणविद् विशेषज्ञ और राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए. जिनकी तरफ से जल संचय और जल संरक्षण पर संवाद किया गया. दो दिवसीय इस आयोजन में मैराथन, वाटर स्पोर्ट्स जैसे अनेक कार्यक्रम रखे गए. डेढ़ सौ से अधिक ड्रोन के माध्यम से जल जगार, भारत का नक्शा बनाया गया. जो बेहद खास रहा.
रेत खनन का मुद्दा गरमाया: धमतरी में रेत साल 2024 में रेत खनन का मुद्दा भी गरमाया रहा. यहां विधायक, नेता और जनता सभी ने अवैध रेत उत्खनन को लेकर कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की. स्थानीय विधायक ने अपने गांव में 25 से ज्यादा रेत के ट्रकों को रोकने का काम किया. धमतरी में महानदी से रेत का अवैध उत्खनन लगातार जारी रहता है. इस मुद्दे पर शिकायत भी की जाती है कार्रवाई भी होती है. इसके बावजूद रेत के अवैध उत्खनन पर नकेल नहीं कसा जा सका है.
धर्मांतरण के दवाब में कथित आत्महत्या का केस: धमतरी में साल के आखिर में एक शख्स की आत्महत्या सुर्खियां बनी. युवक ने खुदकुशी से जुड़ा पत्र लिखकर छोड़ा. जिसमें उसने अपनी पत्नी पर धर्मांतरण के लिए दवाब बनाने का आरोप लगाया. इस खुलासे के बाद हड़कंप मच गया. पुलिस ने आरोपी महिला और व्यक्ति के सास ससुर को गिरफ्तार किया है. मृतक टेलरिंग का कार्य करता था.
चोरी की घटनाओं ने नाक में किया दम: धमतरी में साल भर होने वाली आपराधिक घटनाओं से लोगों की समस्या बढ़ती रही. यहां एक ही रात में 9 दुकानों के ताले तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया. चोरों ने डाकघर में भी चोरी कर पुलिस को चैलेंज दे डाला. शहर के बीच कोतवाली से महज 20 मीटर की दूरी पर चोरी की वारदात हुई. इस केस में पुलिस ने आरोपियों को 15 दिन के भीतर पकड़ लिया. दोनों आरोपी यूपी के रहने वाले थे. इन्होंने जेल में चोरी की प्लानिंग की थी. उसके बाद दोनों ने धमतरी में चोरी की वारदात को अंजाम दिया.