रायपुर: छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इन सफाई कर्मियों का कहना है कि यदि भाजपा सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो आगामी चुनाव से पहले हम बड़ा आंदोलन करेंगे. अगर बीजेपी हमारी मांगों को पूरा कर दे तो हम सपरिवार बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे.
ये है सफाई कर्मचारी संघ की मांगें: संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष खांडेकर ने रविवार को बैठक ली . इस बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि, "प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 43 हजार 301 कर्मचारी पिछले 14 सालों से स्कूलों में अंशकालीन सफाई कर्मचारी के रूप में काम कर रहे हैं. स्कूलों में केवल 2 घंटे काम निर्धारित है, लेकिन अलग-अलग पालियों में काम लिए जाने के कारण पूरा दिन स्कूल में बीत जाता है. काम के एवज में प्रतिमाह 3000 से 3300 मानदेय भुगतान किया जाता है, जो कि काफी कम है. इस महंगाई के दौर में परिवार का गुजारा नहीं हो पाता है. इसके अलावा संघ की प्रमुख मांग अंशकालिक कर्मचारी को पूर्णकालिक करते हुए चपरासी के पदों में समायोजित किए जाने की है."
"हम सरकार से मांग करते हैं कि हमारी मांगों को वो पूरा करें. अगर हमारी मांग पूरी हो जाती है तो हम सपरिवार बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. मांगें पूरी न होने पर आगामी चुनाव से पहले हम बड़ा आंदोलन करेंगे." -संतोष खांडेकर, प्रदेश अध्यक्ष, स्कूल सफाई कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़
बता दें कि संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष खांडेकर के नेतृत्व में 26 अगस्त को गौरेला पेड्रा मरवाही, 29 अगस्त को जांजगीर चांपा और सक्ती, 31 अगस्त को कोरबा में बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में संगठन की मांगे मानने पर नगरीय निकाय, पंचायत चुनाव से पहले पूरी होने पर बीजेपी में सदस्यता ग्रहण करने के संबंध में सभी जिलों की बैठकों पर चर्चा की गई. साथ ही नगरी निकाय पंचायत चुनाव से पहले मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने की रणनीति भी बनाई गई.