रांची: राजधानी के ग्रामीण इलाकों में नक्सलियों के स्प्लिंटर ग्रुप का दायरा बढ़ता ही जा रहा है. साथ ही रंगदारी वसूली के लिए वारदातों को अंजाम दे रहे है. ऐसे में ग्रुप पर नकेल कसने के लिए रांची पुलिस के द्वारा नई सेंट्रलाइज प्लान तैयार किया गया है. जिसमें रांची के पड़ोसी जिलों की पुलिस का भी सहयोग रहेगा. रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे शनिवार को बुढ़मू पहुंचे और निर्देश जारी किया.
स्प्लिंटर ग्रुप के खिलाफ रणनीति तैयार
दरअसल, बुढ़मू में ही तीन दिन पहले स्प्लिंटर ग्रुप ने पांच वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. घटना के बाद झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर रांची डीआईजी ने स्प्लिंटर ग्रुप के खिलाफ खाका तैयार किया है. शनिवार को रांची के ग्रामीण इलाके के तमाम थाना क्षेत्रों में स्प्लिंटर ग्रुप एक्टिव होने की कोशिश की. जिसके तहत रांची डीआइजी ने इन इलाकों के प्रभारी, रांची के ग्रामीण एसपी और सभी डीएसपी के साथ मीटिंग करने के बाद स्प्लिंटर ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई की रणनीति तैयार की.
इन जिलों के पुलिस का लिया जाएगा सहयोग
रांची डीआईजी ने बताया कि रांची के ग्रामीण थाना क्षेत्रों में कई ऐसे थाने हैं, जो दूसरे जिलों से सटे हुए है. ऐसे में एक सेंट्रलाइज व्यवस्था तैयार की गई है ताकि अभियान में तेजी लायी जा सके. स्प्लिंटर ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे स्प्लिंटर ग्रुप के सदस्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे. ग्रुप के समर्थकों को चिन्हित कर उनपर भी कार्रवाई करे. साथ ही स्प्लिंटर ग्रुप के सदस्यों के पूरे परिवार की जानकारी जुटाने और उनकी चल-अचल संपत्तियों का पता लगाने का निर्देश दिया गया है. डीआईजी ने बताया कि कुछ स्थानों पर स्प्लिंटर ग्रुप पर नकेल कसने के लिए सेंट्रलाइज फोर्स रखा जा रहा है ताकि किसी भी जिले में स्प्लिंटर ग्रुप की गतिविधि दिखाई दे तो उसपर कार्रवाई की जा सके.
जरूरत हुई तो बड़ा अभियान होगा शुरू
रांची डीआईजी ने बताया कि अगर आवश्यक हुआ तो रांची के ग्रामीण इलाकों में स्पेशलाइज्ड फोर्स के द्वारा एक बड़ा अभियान चला कर स्प्लिंटर ग्रुप का सफाया किया जाएगा.
कौन-कौन से थाने है प्रभावित
राजधानी रांची के 7 से 8 ऐसे थाना क्षेत्र हैं जहां स्प्लिंटर ग्रुप की गतिविधियां बढ़ी है, जिसमें चतरा, हजारीबाग, लातेहार और लोहरदगा की सीमा से नजदीक क्षेत्र शामिल है. रांची के ग्रामीण इलाके में पड़ने वाले मैकलुस्कीगंज, चान्हो, मांडर, बुढ़मू, लापुंग, ठाकुरगांव, खलारी और बेड़ो ऐसे थाना क्षेत्र है जहां जेजेएमपी, पीएलएफआई, टीएसपीसी जैसे उग्रवादी संगठन तो एक्टिव है ही साथ ही इन संगठनों से टूटकर बने कई स्प्लिंटर ग्रुप भी एक्टिव है. ऐसे ग्रुप लोकल अपराधियों को हथियार और पैसा देकर उनसे आगजनी करवाते हैं. साथ ही ठेकेदारों कारोबारियों को धमकी भी दिलवाने का काम करते हैं.
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