नालंदा: बिहार की नालंदा पुलिस की मदद से मंगलवार को सीबीआई की टीम ने हिलसा निवासी आरोपी रॉकी के घर छापेमारी की. हालांकि इससे पहले सीबीआई टीम में शामिल डीएसपी स्तर के अधिकारी और अन्य सदस्य थाने पहुंचे. जहां सभी ने कुछ देर तक थानाध्यक्ष से विचार-विमर्श किया. फिर टीम लेकर सीधे गजेंद्र बिगहा गांव स्थित राकेश कुमार उर्फ रॉकी के घर पहुंची.
रॉकी के घर में लटका था ताला: वहीं, खोजबीन के क्रम में रॉकी नहीं मिला. साथ ही उसके घर के दरवाजे पर ताला बंद था. सीबीआई टीम के आदेश पर स्थानीय पुलिस संबंधित वार्ड पार्षद को बुलाया गया. वार्ड पार्षद की मौजूदगी में ताला तोड़कर रॉकी के घर की गहन तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान सीबीआई की टीम को क्या हाथ लगा, इसका ठीक से खुलासा नहीं हो पाया है. फिलहाल छापेमारी के बाद सीबीआई की टीम पटना लौट आई है.
देश में विरोध प्रदर्शन शुरू: बताया जा रहा कि नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हो जाने का खुलासा पटना पुलिस द्वारा परीक्षा के दिन ही किया गया था. इसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई की टीम कर रही थी. नीट परीक्षा के परिणाम की घोषणा के बाद प्रश्न पत्र लीक को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो रहा है. इस बीच आर्थिक अपराध इकाई की टीम नगरनौसा और देवघर में छापेमारी कर कुछ युवाओं को कब्जे में लिया है.
सीबीआई को मिला जिम्मा: इसके बाद से ही नीट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले का नालंदा जिले से तार जुड़ने लगा, जिसमें कथित रूप से अहम भूमिका निभाने वाले संजीव मुखिया की खोजबीन तेजी से की जाने लगी है. बिहार पुलिस की कार्रवाई में आ रहे तथ्य और छात्रों के बढ़ते विरोध के बीच केंद्र सरकार द्वारा मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को दिया गया है. जांच का जिम्मा संभालते ही सीबीआई की टीम मामले की गहराई से छानबीन शुरू कर दी है और उन सभी तथ्यों पर अध्यन के बाद सभी लोगों के घरों पर दस्तक देनी शुरू कर दिया है.
सीबीआई ने कार्रवाई की तेज: वहीं, इस दौरान कई लोगों से पूछताक्ष भी की गई है, जिनमें से कुछ की गिरफ्तारी हुई भी है. इसी कार्रवाई के तहत सीबीआई की टीम पेपर लीक मामले में रॉकी की तलाश करते हुए हिलसा पहुंची. हालांकि, सीबीआई की टीम को रॉकी तो हाथ नहीं लगा, लेकिन घर से क्या कुछ मिला इसकी पुष्टि आधिकारिक तौर पर नहीं की गई. बहरहाल, जो भी हो सीबीआई की दस्तक देने के साथ ही तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया और वैसे लोगों के हाथ-पांव फूलने लगे हैं, जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से ऐसे धंधे में संकल्पित रहते हैं.