बोकारो: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के झालदा में पार्षद तपन कांडू की हत्या के मामले की सीबीआई और एनडीआरएफ की टीम बोकारो में हत्या में इस्तेमाल हथियार की तलाश कर रही है. गरगा डैम में चार घंटे की खोजबीन के बावजूद भी टीम को हथियार नहीं मिला. सीबीआई के अलावा 12 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम दो मोटर बोट के साथ बांध में हथियारों की तलाश कर रही है. गोताखोर भी गोता लगाकर हथियार ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं.
सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, इस हत्याकांड में बोकारो के दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों पुरुलिया जेल में हैं. उन्होंने पूछताछ में बताया कि हत्या में प्रयुक्त हथियार को गरगा डैम में फेंका गया था.
बता दें कि इस हत्याकांड में शामिल बोकारो जिले के जरीडीह निवासी अपराधी कलेवर सिंह, सेक्टर 09 के मुन्ना सिंह को उनके पैतृक गांव मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया गया था. जाबिर अंसारी को बोकारो के ऊपर घाट इलाके के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के काछो से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार कलेवर का घर बांध से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
क्या है मामला
साल 2022 में पुरुलिया के झालदा में नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के तपन कांडू के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस से उनके रिश्तेदार दीपक कांडू उम्मीदवार थे. चुनाव में तपन ने अपने भतीजे को हराया था. हालांकि, 13 मार्च को बोर्ड के गठन से पहले ही तपन की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिसकी जांच शुरू हुई.
इस मामले में झालदा के आशिक खान, सत्यवचन प्रमाणिक, कलेवर सिंह, मुन्ना सिंह और जाबिर अंसारी को गिरफ्तार किया गया था. मृतक की पत्नी पूर्णिमा कांडू ने कोलकाता हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की है. कोर्ट ने सितंबर 2022 में इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. उसी समय से जांच हो रही है.
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