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कॉलेज पर कब्जा : ACB मुख्यालय पहुंचे किरोड़ी मीणा, अपनी ही सरकार को लेकर कह दी ये बड़ी बात

करोड़ों के वेटरनरी कॉलेज पर कब्जे के मामले में एसीबी मुख्यालय पहुंचे किरोड़ी मीणा. बोले- हमारी सरकार संवेदनशील, लेकिन यहां मामला समझ से बाहर है.

Veterinary College Controversy
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 29, 2024, 7:10 PM IST

जयपुर: कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा शुक्रवार को करोड़ों के वेटरनरी कॉलेज पर कब्जे के मामले को लेकर एसीबी मुख्यालय पहुंचे. किरोड़ी ने 92 साल के पीड़ित एनआरआई डॉ. राज खरे के साथ एसीबी मुख्यालय पहुंच कर डीजी एसीबी से मुलाकात कर जयपुर के आगरा रोड पर 5000 करोड़ के वेटरनरी कॉलेज पर कब्जा होने की शिकायत दी. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होने कहा कि राजस्थान में निवेश करने वाले की करोड़ों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया गया है. सरकार को जल्द से जल्द कब्जा खाली करवाकर पीड़ित को उसकी प्रॉपर्टी दिलवाए. मुख्यमंत्री को अवगत करवाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है.

कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि पूर्व काल में जब भैरोंसिंह शेखावत अमेरिका गए थे, तो उन्होंने डॉक्टर खरे से कहा था कि आप राजस्थान में आकर निवेश करें. करोड़ों रुपये लगाकर अपोलो एनिमल मेडिकल कॉलेज की शुरुआत की थी. करीब 5000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी तैयार की. डॉ. राज खरे ज्यादातर अमेरिका में रहते थे. इस दौरान किसी ने उनकी करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में डॉक्टर खरे चक्कर लगाते रहे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वर्ष 2019 से राज खरे सरकार और प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं.

किसने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jaipur)

एसीबी में तीन प्रकरण दर्ज हैं. तीनों प्रकरण प्रमाणित हो चुके हैं. अदालत ने कहा कि ईडी और इनकम टैक्स को साथ लेकर कार्रवाई करें. इसके बाद प्रॉपर्टी पर कब्जा करने वालों के खाते सील कर दिए गए थे. इसके साथ ही ट्रस्ट के खाते भी सील कर दिए गए थे, लेकिन इसके कुछ समय बाद ही सारे खाते खोल दिए गए. पूरे राजस्थान के स्टूडेंट्स के लिए कॉलेज बनाया गया था. कॉलेज में बड़ी फीस लेकर बच्चों को भर्ती किया जा रहा है, इसकी भी शिकायतें हुईं. पीड़ित की मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और उनकी प्रॉपर्टी से कब्जा खाली करवाया जाए.

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि हमारी सरकार संवेदनशील है, लेकिन यहां पर न जाने संवेदन शून्यता क्यों है. यह समझ से बाहर है. मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. पीड़ित 92 साल का बुजुर्ग दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रहा है. एसीबी की ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसकी वजह से परेशान होकर पीड़ित धरना देने के लिए एसीबी मुख्यालय पर पहुंचा है.

पढ़ें : कुचामनसिटी : मकान ध्वस्त कर बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने वाले 7 आरोपी गिरफ्तार - Demolishing and occupying land

पीड़ित डॉ. राज खरे ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री को भी अवगत करवा चुके हैं. डीजीपी साहब से भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगा चुके, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. हमने राजस्थान के बच्चों के लिए कॉलेज शुरू किया था. हम चाहते हैं कि पुलिस जल्दी से आरोपियों को गिरफ्तार करे. कॉलेज की बिल्डिंग हमने बनवाई थी. करोड़ों रुपये निवेश किए गए थे, जिसे कब्जा करने वाले लोगों से खाली करवाया जाए. राजस्थान सरकार राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम कर रही है. निवेशकों को बुलाया जा रहा है, लेकिन दूसरी तरफ निवेशकों के साथ इतना बड़ा धोखा हो रहा है. हमारे साथ जो धोखा हुआ है, उसके बारे में निवेशकों को भी बताएंगे.

जयपुर: कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा शुक्रवार को करोड़ों के वेटरनरी कॉलेज पर कब्जे के मामले को लेकर एसीबी मुख्यालय पहुंचे. किरोड़ी ने 92 साल के पीड़ित एनआरआई डॉ. राज खरे के साथ एसीबी मुख्यालय पहुंच कर डीजी एसीबी से मुलाकात कर जयपुर के आगरा रोड पर 5000 करोड़ के वेटरनरी कॉलेज पर कब्जा होने की शिकायत दी. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होने कहा कि राजस्थान में निवेश करने वाले की करोड़ों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया गया है. सरकार को जल्द से जल्द कब्जा खाली करवाकर पीड़ित को उसकी प्रॉपर्टी दिलवाए. मुख्यमंत्री को अवगत करवाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है.

कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि पूर्व काल में जब भैरोंसिंह शेखावत अमेरिका गए थे, तो उन्होंने डॉक्टर खरे से कहा था कि आप राजस्थान में आकर निवेश करें. करोड़ों रुपये लगाकर अपोलो एनिमल मेडिकल कॉलेज की शुरुआत की थी. करीब 5000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी तैयार की. डॉ. राज खरे ज्यादातर अमेरिका में रहते थे. इस दौरान किसी ने उनकी करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में डॉक्टर खरे चक्कर लगाते रहे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. वर्ष 2019 से राज खरे सरकार और प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं.

किसने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jaipur)

एसीबी में तीन प्रकरण दर्ज हैं. तीनों प्रकरण प्रमाणित हो चुके हैं. अदालत ने कहा कि ईडी और इनकम टैक्स को साथ लेकर कार्रवाई करें. इसके बाद प्रॉपर्टी पर कब्जा करने वालों के खाते सील कर दिए गए थे. इसके साथ ही ट्रस्ट के खाते भी सील कर दिए गए थे, लेकिन इसके कुछ समय बाद ही सारे खाते खोल दिए गए. पूरे राजस्थान के स्टूडेंट्स के लिए कॉलेज बनाया गया था. कॉलेज में बड़ी फीस लेकर बच्चों को भर्ती किया जा रहा है, इसकी भी शिकायतें हुईं. पीड़ित की मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और उनकी प्रॉपर्टी से कब्जा खाली करवाया जाए.

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि हमारी सरकार संवेदनशील है, लेकिन यहां पर न जाने संवेदन शून्यता क्यों है. यह समझ से बाहर है. मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. पीड़ित 92 साल का बुजुर्ग दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रहा है. एसीबी की ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसकी वजह से परेशान होकर पीड़ित धरना देने के लिए एसीबी मुख्यालय पर पहुंचा है.

पढ़ें : कुचामनसिटी : मकान ध्वस्त कर बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने वाले 7 आरोपी गिरफ्तार - Demolishing and occupying land

पीड़ित डॉ. राज खरे ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री को भी अवगत करवा चुके हैं. डीजीपी साहब से भी आरोपियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगा चुके, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. हमने राजस्थान के बच्चों के लिए कॉलेज शुरू किया था. हम चाहते हैं कि पुलिस जल्दी से आरोपियों को गिरफ्तार करे. कॉलेज की बिल्डिंग हमने बनवाई थी. करोड़ों रुपये निवेश किए गए थे, जिसे कब्जा करने वाले लोगों से खाली करवाया जाए. राजस्थान सरकार राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम कर रही है. निवेशकों को बुलाया जा रहा है, लेकिन दूसरी तरफ निवेशकों के साथ इतना बड़ा धोखा हो रहा है. हमारे साथ जो धोखा हुआ है, उसके बारे में निवेशकों को भी बताएंगे.

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