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बागेश्वर अंग्यारी महादेव मंदिर पुजारी मर्डर केस, दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा - BAGESHWAR PRIEST MURDER

26 नवंबर को जंगल से बरामद हुआ था पुजारी का शव, बीएनएस की धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा

BAGESHWAR PRIEST MURDER
अंग्यारी महादेव मंदिर पुजारी मर्डर केस (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 30, 2024, 8:13 PM IST

बागेश्वर: गरुड़ तहसील क्षेत्र अंतर्गत अंग्यारी महादेव मंदिर के पुजारी निर्वाणी महाराज की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में राजस्व पुलिस ने पूर्व प्रधान की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. राजस्व पुलिस पुजारी की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है. यही नहीं हत्या के मामले को खुलासा करने के लिए रेगुलर पुलिस को भी लगाया गया है.

बीते 26 नवंबर को पुजारी का शव जंगल से बरामद हुआ था. राजस्व पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. लोगों ने पुजारी की हत्या जताते हुए पुलिस से मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी. बताया जा रहा है कि यहां वर्षों से निर्वाणी गिरि महाराज रहते थे. इस बीच वो बदरीनाथ धाम की यात्रा करने गए थे, बीते दिनों वो कर्णप्रयाग से एक बस द्वारा यहां लौटे और ग्वालदम से पैदल मंदिर की ओर चल दिए, लेकिन मंदिर नहीं पहुंच पाए.

26 नवंबर को कुछ ग्रामीणों ने पुजारी का शव मंदिर से कुछ दूर जंगल की एक पहाड़ी पर देखा था. जहां पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. गुरुवार को महाराज का मंदिर में समाधि दी गई. शुक्रवार को राजस्व उप निरीक्षक रघुवीर सिंह फर्स्वाण, कुंदन प्रसाद आदि ने महाराज के सेवक अंगीरा ऋषि मुनि दास समेत ग्वालदम, खनसर, माई थान व मजकोट के कुछ ग्रामीणों से भी पूछताछ की थी. शनिवार को मजकोट के पूर्व ग्राम प्रधान मदन मोहन गुसाई और मजकोट के ग्रामीणों ने महाराज की मौत के मामले में तहरीर दी. तहरीर के आधार पर राजस्व उप निरीक्षक रघुवीर सिंह फर्स्वाण ने अज्ञात के विरुद्ध बीएनएस की धारा 103, 238 के तहत अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया है. राजस्व उप निरीक्षक ने बताया मामले की जांच तेज कर दी गई है. जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा.

पढ़ें-रामनगर में पुलिया के नीचे फंसी मिली 22 साल के युवक की लाश, तीन दिनों से घर से था लापत

बागेश्वर: गरुड़ तहसील क्षेत्र अंतर्गत अंग्यारी महादेव मंदिर के पुजारी निर्वाणी महाराज की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में राजस्व पुलिस ने पूर्व प्रधान की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. राजस्व पुलिस पुजारी की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है. यही नहीं हत्या के मामले को खुलासा करने के लिए रेगुलर पुलिस को भी लगाया गया है.

बीते 26 नवंबर को पुजारी का शव जंगल से बरामद हुआ था. राजस्व पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. लोगों ने पुजारी की हत्या जताते हुए पुलिस से मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी. बताया जा रहा है कि यहां वर्षों से निर्वाणी गिरि महाराज रहते थे. इस बीच वो बदरीनाथ धाम की यात्रा करने गए थे, बीते दिनों वो कर्णप्रयाग से एक बस द्वारा यहां लौटे और ग्वालदम से पैदल मंदिर की ओर चल दिए, लेकिन मंदिर नहीं पहुंच पाए.

26 नवंबर को कुछ ग्रामीणों ने पुजारी का शव मंदिर से कुछ दूर जंगल की एक पहाड़ी पर देखा था. जहां पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. गुरुवार को महाराज का मंदिर में समाधि दी गई. शुक्रवार को राजस्व उप निरीक्षक रघुवीर सिंह फर्स्वाण, कुंदन प्रसाद आदि ने महाराज के सेवक अंगीरा ऋषि मुनि दास समेत ग्वालदम, खनसर, माई थान व मजकोट के कुछ ग्रामीणों से भी पूछताछ की थी. शनिवार को मजकोट के पूर्व ग्राम प्रधान मदन मोहन गुसाई और मजकोट के ग्रामीणों ने महाराज की मौत के मामले में तहरीर दी. तहरीर के आधार पर राजस्व उप निरीक्षक रघुवीर सिंह फर्स्वाण ने अज्ञात के विरुद्ध बीएनएस की धारा 103, 238 के तहत अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया है. राजस्व उप निरीक्षक ने बताया मामले की जांच तेज कर दी गई है. जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा.

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