जयपुर. राजधानी की मुहाना थाना पुलिस ने 71 लाख रुपए की लूट के मामले में फरार 25,000 रुपए के इनामी आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने टोंक निवासी आरोपी रामसिंह गोरा को बापर्दा गिरफ्तार किया है. आरोपी अन्य राज्य में फरारी काटने के लिए जाने की योजना बना रहा था. इस मामले में पुलिस 6 आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर चुकी है. बदमाशों ने मंगलवार देर शाम मुहाना इलाके में 71 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया था.
डीसीपी साउथ दिगंत आनंद के मुताबिक मंगलवार 23 अप्रैल को शाम करीब 6:20 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी कि मुहाना थाना इलाके के सुमेर नगर विस्तार में 71 लाख रुपए की लूट हो गई है. सूचना मिलते ही मुहाना थाना अधिकारी और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस अधिकारियों ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया. पीड़ित देवेंद्र सीकर का रहने वाला है, जो की जयपुर में जमीन खरीदने के लिए आया था.
वह अपने रिश्तेदार के पास शाम को अपनी सफेद स्कॉर्पियो कार से भाई के साथ सीकर जाने के लिए रवाना हुआ. इस दौरान कुछ दूरी पर ही गाड़ी के आगे ओवरटेक करके काले रंग की स्कॉर्पियो में आए बदमाशों ने रोक लिया. स्कॉर्पियो से करीब आधा दर्जन बदमाशों ने नीचे उतरकर पीड़ित की गाड़ी पर हमला कर दिया. पीड़ित की कार में तोड़फोड़ कर दी और पीड़ित के साथ मारपीट की गई. बदमाशों ने पीड़ित के पास रखे 71 लाख रुपए से भरे दो बैग लूट लिए और फरार हो गए.
पुलिस की 8 स्पेशल टीमों का किया गया गठन : पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की. मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ और एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई के निर्देशन में स्पेशल टीमें गठित की गईं. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम और जिला साउथ स्पेशल टीम के साथ मुहाना थाना पुलिस, शिप्रापथ थाना, शिवदासपुरा और अशोक नगर थाने की संयुक्त टीमों को अलग-अलग रवाना किया गया. पुलिस की 8 टीमें रात से ही बदमाशों की तलाश में जुट गई. अलग-अलग टास्क देकर सभी टीमों को काम पर लगाया गया.
120 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले : लूट के उपयोग में ली गई काली स्कॉर्पियो गाड़ी और आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस की स्पेशल टीमों ने करीब 120 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, जिसके बाद गाड़ी के मालिक गोपाल जाट को चिन्हित किया गया. सीसीटीवी कैमरे देखने से पता चला कि बदमाश वारदात के बाद फागी रोड की तरफ भागे हैं. जयपुर पुलिस कमिश्नर ने सभी रास्तों पर ए श्रेणी की नाकाबंदी करवाई.
पुलिस ने पीछा करके कार मालिक को किया गिरफ्तार : पुलिस की टीमों को दूदू के लिए रवाना किया गया. लूट के उपयोग में ली गई स्कॉर्पियो के मालिक गोपाल जाट के निवास पर दबिश दी गई. गोपाल अपने निवास पर नहीं मिला. पुलिस टीम ने दूदू थाना अधिकारी और मोजमाबाद थाना अधिकारी को साथ लेकर अलग-अलग जगह पर दबिश दी. तलाशी करते हुए बुधवार दोपहर को सूचना मिली कि गोपाल जाट फागी होते हुए जयपुर की तरफ जा रहा है. पुलिस की टीमों ने पीछा करते हुए टीलावाला के पास गोपाल जाट को दस्तयाब करके सख्ती से पूछताछ की. पूछताछ करने पर गोपाल जाट ने बताया कि उसका बेटा सुरेंद्र और उसका दोस्त रवि पंडित, राम सिंह गोरा समेत अन्य लड़के गाड़ी में बैठकर घर आए थे, जिन्होंने कहा कि उन्होंने सुमेर नगर में 71 लाख रुपए की लूट की वारदात की है. कुछ रुपए और गाड़ी छुपाने के लिए देकर गए थे. पुलिस ने गोपाल जाट को गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी गोपाल जाट से पूछताछ में सामने आया कि सुरेंद्र, रवि पंडित, राम सिंह गोरा और अन्य ने कुछ रुपए गोपाल जाट के साढू रामेश्वर के लड़के संजय और गोपाल के साले बद्रीनारायण चौधरी को भी छुपाने के लिए दिए थे. बद्रीनारायण और उसका बेटा संजय मोटरसाइकिल से आकर रुपए लेकर गए थे. इसके बाद आरोपी बद्री और संजय को पकड़ने के लिए टीमों को रवाना किया गया. तकनीकी सहायता से आरोपियों के जयपुर में होने की जानकारी मिली तो घेराबंदी करके नारायण विहार से दोनों को दस्तयाब करके पूछताछ की गई.
खेत में भूसे में छुपा दिए थे लूट के रुपए : आरोपी संजय ने पूछताछ में बताया था कि सुरेंद्र चौधरी के पास गए थे. सुरेंद्र, रवि पंडित, राम सिंह गोरा और अन्य ने एक सफेद प्लास्टिक के कट्टे में रुपए डाल कर दिए थे, जिसे संजय और बद्रीनारायण ने खेत के अंदर भूसे में छुपा दिए थे. आरोपी बद्री नारायण ने पूछताछ में बताया कि सुरेंद्र उसका भांजा है. उसके बुलाने पर उसके गांव पहुंचे, जहां पर संजय और सुरेंद्र मिले. सुरेंद्र के साथ गाड़ी में रवि पंडित, राम सिंह और अन्य लड़के थे, जिन्होंने प्लास्टिक के कट्टे में रुपए डालकर दिए थे. आरोपी बद्रीनारायण चौधरी और संजय के साथ गोपाल को गिरफ्तार कर लिया गया.