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हजारीबाग में धर्मांतरणः 50 से अधिक लोगों का धर्म बदलने की कोशिश, घर में प्रार्थना सभा के नाम पर चल रहा था खेल

Conversion case in Hazaribag. हजारीबाग में धर्मांतरण का मामला सामने आया है. कोर्रा थाना अंतर्गत के एक घर में 50 से अधिक लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. स्थानीय लोगों के द्वारा आरोपियों के पास से बाइबल और बंद लिफाफे में पैसा भी बरामद किया.

Case of religious conversion of more than 50 people in Hazaribag
हजारीबाग में 50 से अधिक लोगों के धर्म परिवर्तन कराने का मामला
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 18, 2024, 7:55 PM IST

हजारीबाग में धर्मांतरण का मामला

हजारीबागः जिला के कोर्रा थाना अंतर्गत धर्म परिवर्तन कराने का मामला प्रकाश में आया है. जहां लगभग 50 से अधिक सनातनियों को एक कमरे में धर्म परिवर्तन करने की कोशिश की जा रही थी. रांची और हजारीबाग से 6 की संख्या में मिशनरी पहुंचे थे. जिनके पास से बाइबल और बंद लिफाफे में पैसा भी बरामद किया गया है. मामला कोर्रा थाना में दोनों ओर से आवेदन दिया गया है. अब पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है.

कोर्रा थाना अंतर्गत महेंद्र कॉलोनी के नवडीहा गांव से यह मामला सामने आया है. रांची और हजारीबाग से आए 4 से 5 की संख्या में धर्मांतरण एजेंट ने रविवार के दिन सरिता देवी पति गोविंद भादव (ग्राम- मंडई खुर्द थाना लोहसिंगना) ने महेंद्र कॉलोनी के उर्मिला देवी, पति विजय मेहता के घर में धर्मांतरण करने के लिए 50 से अधिक लोगों को बुलाया था. ईसाई धर्म अपनाने के लिए सभी को 15 हजार रुपये नकद, स्कूल में पढ़ाई और घर देने की बात कही जा रही थी. जब यह बात गांव में आग की तरह फैली तो गांव के लोगों ने इसका विरोध किया.

आलम यह रहा कि पुलिस को भी घटनास्थल पर पहुंचना पड़ा. धर्म परिवर्तन करने के आरोप में छह लोगों को थाना ले गई. दोनों पक्ष की ओर से आवेदन दिया गया है. रंजीत कुमार सोनी ने आवेदन में यह कहा है कि लालच देकर धर्म परिवर्तन करने की कोशिश की जारी थी. जब धर्म परिवर्तन करने से विरोध किया गया तो मारपीट की गई. इसकी सूचना जब दोस्तों को दिया गया तो उन लोगों ने रंजीत कुमार सोनी को छुड़ाकर बाहर ले गए और इसकी सूचना को दी गई. रंजीत कुमार सोनी ने आवेदन में कहा है कि धम परिर्वतन के ऐवज में 15 हजार रुपया प्रत्येक महीना साथ में परिवार वालों को मुफ्त शिक्षा और इलाज कि सुविधा दी जाएगी. किसी व्यक्ति को धर्म परिवर्तन कराया अपने पर दस हजार रुपया अलग से दिया जाएगा.

वहीं दूसरी पक्ष से भी थाना में आवेदन देकर पहले पक्ष के सारे आरोपों को गलत बताया है. धर्म परिवर्तन करने के लिए किसी भी तरह का दबाव नहीं दिया गया था. वो प्रार्थना सभा के लिए हजारीबाग पहुंचे थे. धर्मांतरण करने के लिए पहुंचे लोगों के पास से कई बाइबल बुक, ईसाई धर्म से संबंधित धर्म ग्रंथ, कागजात, बंद लिफाफे में नकद रुपए व अन्य वाद्य तंत्र भी जब्त किया गया है. उन लोगों से पूछताछ के क्रम में उन्होंने धर्मांतरण कराने की बात को स्वीकार की है. साथ ही साथ बंद कमरे में प्रार्थना सभा में शामिल कई लोगों ने भी धर्मांतरण की बात को स्वीकार किया है. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी.

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हजारीबाग में धर्मांतरण का मामला

हजारीबागः जिला के कोर्रा थाना अंतर्गत धर्म परिवर्तन कराने का मामला प्रकाश में आया है. जहां लगभग 50 से अधिक सनातनियों को एक कमरे में धर्म परिवर्तन करने की कोशिश की जा रही थी. रांची और हजारीबाग से 6 की संख्या में मिशनरी पहुंचे थे. जिनके पास से बाइबल और बंद लिफाफे में पैसा भी बरामद किया गया है. मामला कोर्रा थाना में दोनों ओर से आवेदन दिया गया है. अब पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है.

कोर्रा थाना अंतर्गत महेंद्र कॉलोनी के नवडीहा गांव से यह मामला सामने आया है. रांची और हजारीबाग से आए 4 से 5 की संख्या में धर्मांतरण एजेंट ने रविवार के दिन सरिता देवी पति गोविंद भादव (ग्राम- मंडई खुर्द थाना लोहसिंगना) ने महेंद्र कॉलोनी के उर्मिला देवी, पति विजय मेहता के घर में धर्मांतरण करने के लिए 50 से अधिक लोगों को बुलाया था. ईसाई धर्म अपनाने के लिए सभी को 15 हजार रुपये नकद, स्कूल में पढ़ाई और घर देने की बात कही जा रही थी. जब यह बात गांव में आग की तरह फैली तो गांव के लोगों ने इसका विरोध किया.

आलम यह रहा कि पुलिस को भी घटनास्थल पर पहुंचना पड़ा. धर्म परिवर्तन करने के आरोप में छह लोगों को थाना ले गई. दोनों पक्ष की ओर से आवेदन दिया गया है. रंजीत कुमार सोनी ने आवेदन में यह कहा है कि लालच देकर धर्म परिवर्तन करने की कोशिश की जारी थी. जब धर्म परिवर्तन करने से विरोध किया गया तो मारपीट की गई. इसकी सूचना जब दोस्तों को दिया गया तो उन लोगों ने रंजीत कुमार सोनी को छुड़ाकर बाहर ले गए और इसकी सूचना को दी गई. रंजीत कुमार सोनी ने आवेदन में कहा है कि धम परिर्वतन के ऐवज में 15 हजार रुपया प्रत्येक महीना साथ में परिवार वालों को मुफ्त शिक्षा और इलाज कि सुविधा दी जाएगी. किसी व्यक्ति को धर्म परिवर्तन कराया अपने पर दस हजार रुपया अलग से दिया जाएगा.

वहीं दूसरी पक्ष से भी थाना में आवेदन देकर पहले पक्ष के सारे आरोपों को गलत बताया है. धर्म परिवर्तन करने के लिए किसी भी तरह का दबाव नहीं दिया गया था. वो प्रार्थना सभा के लिए हजारीबाग पहुंचे थे. धर्मांतरण करने के लिए पहुंचे लोगों के पास से कई बाइबल बुक, ईसाई धर्म से संबंधित धर्म ग्रंथ, कागजात, बंद लिफाफे में नकद रुपए व अन्य वाद्य तंत्र भी जब्त किया गया है. उन लोगों से पूछताछ के क्रम में उन्होंने धर्मांतरण कराने की बात को स्वीकार की है. साथ ही साथ बंद कमरे में प्रार्थना सभा में शामिल कई लोगों ने भी धर्मांतरण की बात को स्वीकार किया है. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी.

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