रायपुर : 8 जून को रायपुर के इंटरस्टेट बस स्टैंड में 4 सिपाहियों ने एक सिख युवक की पिटाई की थी.पुलिसकर्मियों पर आरोप लगे थे कि सिख युवक की पगड़ी गिराकर मारपीट की गई है. इस घटना के बाद सिख समाज आक्रोशित था. घटना की शिकायत सिख समाज के लोगों ने रायपुर एसएसपी और गृहमंत्री से भी की थी. इसके बाद इस मामले में दोषी पाए गए 2 आरक्षक चंद्रभान सिंह भदौरिया और सुरेंद्र सिंह सेंगर को 14 जून को निलंबित कर दिया गया था. आरक्षकों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए अपनी मर्जी से तेलीबांधा स्थित गुरुद्वारा में जाकर माथा टेका. निलंबित आरक्षक चंद्रभान सिंह भदोरिया ने बताया कि गुरुद्वारा में सेवा करने को लेकर ऐसा कोई भी दंड हमें नहीं मिला है.
क्या है पूरा मामला ?: महिंद्रा ट्रेवल्स के सिख ड्राइवर बहादुर सिंह की पगड़ी गिराए जाने और मारपीट किए जाने को लेकर निलंबित आरक्षक चंद्रभान सिंह भदौरिया ने बताया कि 8 जून को रायपुर के भाटागांव स्थित इंटरस्टेट बस स्टैंड में उक्त ड्राइवर शराब के नशे में गाली गलौज कर रहा था. उसे समझाने के लिए टिकरापारा थाने के पुलिसकर्मी गए थे. इस दौरान
''नशे की हालत में महिंद्रा ट्रेवल्स के ड्राइवर बहादुर सिंह ने पुलिसकर्मियों के साथ गाली गलौज की थी. इसके बाद पेट्रोलिंग गाड़ी में बिठाकर उसे टिकरापारा थाना लाया गया. इस दौरान उसकी पगड़ी नीचे गिर गई. जिसे लेकर हमारी शिकायत हुई और इस मामले में मेरे साथ ही दूसरे साथी सुरेंद्र सिंह सेंगर को 14 जून को निलंबित कर दिया गया."- चंद्रभान सिंह भदौरिया, निलंबित आरक्षक
सिख समाज ने निकाला था सीसीटीवी फुटेज : महिंद्रा ट्रेवल्स के ड्राइवर बहादुर सिंह के साथ मारपीट और गाली गलौज की घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सिख समाज ने निकाला था. इसके बाद इस पूरे मामले की सिख समाज ने एसएसपी और प्रदेश के गृहमंत्री से शिकायत की थी. शिकायत मिलने के बाद सुरेंद्र सिंह सेंगर और चंद्रभान सिंह भदोरिया को 14 जून को निलंबित कर दिया गया. सिख समाज के लोगों ने इस मामले में 4 पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिकायत की थी. जिसमें चंद्रभान सिंह भदोरिया, सुरेंद्र सिंह सेंगर, रविंद्र सिंह राजपूत और दानेश्वर साहू शामिल हैं.