श्रीगंगानगर: 51-पी ब्लॉक स्थित एक कंसल्टेंसी के संचालक सहित दो व्यक्तियों पर 5 लाख रुपए लेकर एक युवक को गलत वीजा से विदेश भेज देने का मामला दर्ज किया गया है. श्रीगंगानगर की कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
श्रीगंगानगर के एसपी गौरव यादव ने बताया कि साधुवाली निवासी जयनारायण की ओर से अदालत में इस्तगासा दायर किया गया था. इसमें सलूजा कंसल्टेंसी के मालिक व प्रबंधक प्रमोद सलूजा और साधुवाली के वार्ड नंबर 8 निवासी अजीतसिंह पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया. जयनारायण ने रिपोर्ट में बताया कि वह अपने पुत्र करण बिश्नोई को नौकरी के लिए विदेश भेजने चाहता था. अजीतसिंह ने कहा कि वह विदेश भेजने का काम करता है. करण को विदेश भेजकर वहां की नागरिकता दिलाने के साथ नौकरी भी दिला देगा. इसके लिए उसे 5 लाख रुपए देने होंगे. जयनारायण के अनुसार अजीत सिंह ने शुरुआती कार्रवाई के लिए उससे, उसके बेटे तथा बेटे के दोस्त सुखविंदर सिंह से 15-15 हजार रुपए 25 मई 2023 को ले लिए जो कि सलूजा कंसल्टेंसी के खाते में डलवाए गए. इसके बाद अजीत सिंह तथा प्रमोद सलूजा थोड़े-थोड़े दिनों में फाइल चार्ज के नाम से लेकर विदेश भेजने तथा नौकरी दिलवाने के नाम पर 5 लाख रुपए ले लिए. इसके बाद प्रमोद सलूजा और अजीत ने उसके बेटे को वीजा और टिकट लाकर दी.
पढ़ें: मासूम की गलत रिपोर्ट बनाकर 1 करोड़ 80 लाख की धोखाधड़ी
करण ने जब वीजा देखा तो वह टूरिस्ट वीजा था, जो कि एक वर्ष के लिए मान्य था. करण के पूछने पर अजीत ने कहा कि एक बार विदेश जाओ और वहां जाकर नौकरी करो और उसे 6 महीने बाद दूसरा वीजा दिलवा देंगे. जयनारायण के अनुसार उसका बेटा इन बातों पर विश्वास करते हुए विदेश चला गया और वहां जाकर उसने अजीत से संपर्क करने की कोशिश की तो उसने झूठे दिलासे ही दिलाए. विदेश में रहने के दौरान अनेक बार करण ने अजीत से संपर्क किया. बार-बार संपर्क करने पर भी उसने कुछ सहायता नहीं की. तब उसका बेटा वापस भारत आ गया. इस दौरान सलूजा कंसल्टेंसी से अपनी फाइल और दस्तावेज वापस मांगे तो उसे नहीं दिए गए. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच एएसआई जाकिर हुसैन के सुपुर्द की गई है.