कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में अब ऊंचाई वाले इलाकों में पर्यटन कारोबारी बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं. बर्फबारी के बाद पर्यटन कारोबार में भी तेजी आएगी.पर्यटन कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कुल्लू प्रशासन पहली बार मणिकर्ण घाटी के कसोल में कार्निवाल का आयोजन करवा रहा है. हालांकि जनवरी माह में मनाली में विंटर कार्निवाल का आयोजन किया जाता है, लेकिन इससे ठीक एक सप्ताह पहले मणिकर्ण घाटी के कसोल में भी कार्निवाल का आयोजन किया जाएगा, ताकि यहां पर सैलानियों की आवाजाही बढ़ सके.
मणिकर्ण घाटी का कसोल पहले ही दुनिया में प्रसिद्ध है. यहां इजरायली पर्यटक यहां भारी संख्या में पहुंचते हैं. इसके साथ ही यहां कई इजरायली पर्यटक पर्यटन कारोबार से भी जुड़े हैं. अब प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने यहां 25 दिसंबर से लेकर 1 जनवरी तक कसोल में कार्निवल करवाने का निर्णय लिया है. इस कार्निवाल में सांस्कृतिक संध्या के अलावा अन्य गतिविधियां भी करवाई जाएंगी.
एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया कि, '8 दिन तक मनाए जाने वाले कार्निवल में सैलानियों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम तो होंगे ही, इसके अलावा स्थानीय पकवान भी परोसे जाएंगे. इसके साथ कई अन्य गतिविधियों को भी इसमें शामिल किया जाएगा. इसके लिए प्रशासन योजना बना रहा है.'
गौर रहे कि मणिकर्ण घाटी का कसोल इलाका इजरायल के लोगों की पहली पसंद है और हर साल यहां पर हजारों सैलानी आते हैं. दिसंबर माह में पर्यटन कारोबार शुरू होते ही इजरायल के लोगों का आवागमन यहां पर बढ़ जाएगा. इजरायली लोग यहां पर पर्यटन कारोबार सहित अन्य गतिविधियों में भी शामिल होते हैं. ऐसे में कसोल को पूरी दुनिया में मिनी इजरायल का भी नाम दिया गया है.