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अनोखे स्टेशन पर चलता है मवेशी राज, गोबर और मूत्र से सुगंधित रहता है माहौल, डॉगी कुर्सी पर मिटाते हैं थकान - Railway station poor condition

Manendragarh railway station छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश के छोर पर बसा मनेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन अपनी बदहाल व्यवस्था पर रो रहा है.कहने तो मनेंद्रगढ़ जिला है.लेकिन यदि यहां के रेलवे स्टेशन का कोई दौरा करे तो उसे पता चल जाएगा कि इस रेलवे स्टेशन में सुविधाएं कम और समस्याएं ज्यादा हैं.Railway station poor condition

Manendragarh railway station
गोबर और मूत्र से सुगंधित रहता है माहौल (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 28, 2024, 4:16 PM IST

मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : छत्तीसगढ़ का मनेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इस स्टेशन की हालत ये है कि यहां के रिजर्वेशन काउंटर में यात्रियों की टिकट कटने के बाद मवेशियों का कब्जा रहता है.मवेशी ना जाने कौन सी सुपरफास्ट ट्रेन की टिकट का इंतजार इस स्टेशन परिसर में करते हैं. यात्री तो यात्री अब मवेशी भी लाइन लगाकर स्टेशन परिसर में नजर आते हैं.

Manendragarh railway station
चैंबर ने की स्टेशन मास्टर से शिकायत (ETV Bharat Chhattisgarh)

गोबर और मूत्र से सुगंधित हो रहा स्टेशन : इस स्टेशन में यदि आप ट्रेन पकड़ने के लिए आते हैं तो आपका स्वागत सुगंधित गोबर और मूत्र से होगा. जिसकी सुगंध यात्री अपने साथ लेकर जाते हैं. स्टेशन परिसर में गंदगी के कारण जगह-जगह घास उग आया है.जिससे जहरीले जीवों का खतरा यात्रियों पर मंडराता रहता है.अब तो लोगों को डर सता रहा है कि कहीं ट्रेन की टिकट कटाने के चक्कर में स्टेशन में जिंदगी की टिकट ना कट जाए.

अनोखे स्टेशन पर चलता है मवेशी राज (ETV Bharat Chhattisgarh)

डॉग यात्री कुर्सी पर करते हैं आराम : मनेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन की व्यथा सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती.बल्कि दिन भर काम करने के बाद डॉग्स रात के अंधेरे में अपने बिस्तर यानी की रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म कुर्सियों पर आराम फरमाते हैं. शायद डॉग लघुशंका भी इसी कुर्सी पर करते होंगे.लेकिन सुबह होते तक वो कुर्सी पर ही सूख जाता है.फिर इसके बाद यात्री इसी कुर्सी पर बैठकर अपनी थकान मिटाकर ट्रेन का इंतजार करते हैं.उन्हें शायद ये पता नहीं होता कि जिस जगह पर वो बैठे हैं वहां स्टेशन के राजा बाबू ने अपनी थकान मिटाई है.

चेंबर ने जताया आक्रोश : स्टेशन में फैली गंदगी और कुव्यवस्था को लेकर चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया है. चेंबर के सदस्यों ने स्टेशन मास्टर को ज्ञापन सौंपते हुए साफ शब्दों में कहा कि यदि स्टेशन प्रबंधन ने जल्द ही सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं किया तो चेंबर के व्यापारी स्वयं श्रमदान कर सफाई करेंगे और विरोध दर्ज कराएंगे.

'' रेलवे स्टेशन की इस दयनीय स्थिति के प्रति प्रशासन की अनदेखी अब सहन नहीं होगी. यदि स्टेशन मास्टर और संबंधित प्रबंधन ने जल्द ही आवश्यक कदम नहीं उठाए तो चेंबर के व्यापारी स्टेशन पर पहुंचकर खुद सफाई करेंगे और सार्वजनिक तौर पर विरोध दर्ज कराएंगे.''- पंकज जैन,प्रदेश उपाध्यक्ष चेम्बर ऑफ कॉमर्स

स्टेशन मास्टर ने दिया आश्वासन : जब इस विषय पर मनेन्द्रगढ़ रेलवे स्टेशन मास्टर परवेज अख्तर से चर्चा की गई, तो उन्होंने कहा कि इस समस्या की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को देंगे. जो स्टेशन में साफ सफाई करता है वो पिछले 17 तारीख से छुट्टी पर गया हुआ है,जिसके कारण ऐसी अव्यवस्था देखने को मिल रही है.स्टेशन मास्टर की माने तो इसकी शिकायत कई बार वो कर चुके हैं,लेकिन कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हुई. लेकिन स्टेशन परिसर में जिस तरह से आवारा पशुओं का राज है उसे देखकर यही लगता है कि स्टेशन की सूरत जल्द नहीं बदलेगी.

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मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : छत्तीसगढ़ का मनेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इस स्टेशन की हालत ये है कि यहां के रिजर्वेशन काउंटर में यात्रियों की टिकट कटने के बाद मवेशियों का कब्जा रहता है.मवेशी ना जाने कौन सी सुपरफास्ट ट्रेन की टिकट का इंतजार इस स्टेशन परिसर में करते हैं. यात्री तो यात्री अब मवेशी भी लाइन लगाकर स्टेशन परिसर में नजर आते हैं.

Manendragarh railway station
चैंबर ने की स्टेशन मास्टर से शिकायत (ETV Bharat Chhattisgarh)

गोबर और मूत्र से सुगंधित हो रहा स्टेशन : इस स्टेशन में यदि आप ट्रेन पकड़ने के लिए आते हैं तो आपका स्वागत सुगंधित गोबर और मूत्र से होगा. जिसकी सुगंध यात्री अपने साथ लेकर जाते हैं. स्टेशन परिसर में गंदगी के कारण जगह-जगह घास उग आया है.जिससे जहरीले जीवों का खतरा यात्रियों पर मंडराता रहता है.अब तो लोगों को डर सता रहा है कि कहीं ट्रेन की टिकट कटाने के चक्कर में स्टेशन में जिंदगी की टिकट ना कट जाए.

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डॉग यात्री कुर्सी पर करते हैं आराम : मनेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन की व्यथा सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती.बल्कि दिन भर काम करने के बाद डॉग्स रात के अंधेरे में अपने बिस्तर यानी की रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म कुर्सियों पर आराम फरमाते हैं. शायद डॉग लघुशंका भी इसी कुर्सी पर करते होंगे.लेकिन सुबह होते तक वो कुर्सी पर ही सूख जाता है.फिर इसके बाद यात्री इसी कुर्सी पर बैठकर अपनी थकान मिटाकर ट्रेन का इंतजार करते हैं.उन्हें शायद ये पता नहीं होता कि जिस जगह पर वो बैठे हैं वहां स्टेशन के राजा बाबू ने अपनी थकान मिटाई है.

चेंबर ने जताया आक्रोश : स्टेशन में फैली गंदगी और कुव्यवस्था को लेकर चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया है. चेंबर के सदस्यों ने स्टेशन मास्टर को ज्ञापन सौंपते हुए साफ शब्दों में कहा कि यदि स्टेशन प्रबंधन ने जल्द ही सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं किया तो चेंबर के व्यापारी स्वयं श्रमदान कर सफाई करेंगे और विरोध दर्ज कराएंगे.

'' रेलवे स्टेशन की इस दयनीय स्थिति के प्रति प्रशासन की अनदेखी अब सहन नहीं होगी. यदि स्टेशन मास्टर और संबंधित प्रबंधन ने जल्द ही आवश्यक कदम नहीं उठाए तो चेंबर के व्यापारी स्टेशन पर पहुंचकर खुद सफाई करेंगे और सार्वजनिक तौर पर विरोध दर्ज कराएंगे.''- पंकज जैन,प्रदेश उपाध्यक्ष चेम्बर ऑफ कॉमर्स

स्टेशन मास्टर ने दिया आश्वासन : जब इस विषय पर मनेन्द्रगढ़ रेलवे स्टेशन मास्टर परवेज अख्तर से चर्चा की गई, तो उन्होंने कहा कि इस समस्या की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को देंगे. जो स्टेशन में साफ सफाई करता है वो पिछले 17 तारीख से छुट्टी पर गया हुआ है,जिसके कारण ऐसी अव्यवस्था देखने को मिल रही है.स्टेशन मास्टर की माने तो इसकी शिकायत कई बार वो कर चुके हैं,लेकिन कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हुई. लेकिन स्टेशन परिसर में जिस तरह से आवारा पशुओं का राज है उसे देखकर यही लगता है कि स्टेशन की सूरत जल्द नहीं बदलेगी.

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