छपरा: बिहार के छपरा में मेयर के उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. कल 22 जनवरी को होने वाले उपचुनाव के लिए सभी लगातार प्रयास कर रहे हैं. छपरा में मेयर पद के लिए 17 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिसमें से पूर्व प्रथम महिला मेयर स्वर्गीय प्रिया देवी के पति मिंटू सिंह भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. हालांकि उनकी पत्नी प्रिया देवी प्रथम महिला मेयर रही हैं और इस बार भी वहीं चुनाव लड़ती लेकिन डेंगू के कारण उनकी मौत हो गई, इसके बाद उनके पति चुनाव मैदान में हैं.
"मैं प्रिया के सपनों को पूरा करूंगा और छपरा को सुंदर और स्वच्छ बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोडूंगा. इसके साथ ही उन्होंने खनुआ नाला पर तोड़े गए दुकान दारों को फिर से बसाने का काम भी करूंगा."-मिंटू सिंह, मेयर उम्मीदवार
दुकानदारों को बसाने का उठाया मुद्दा: वहीं खनुआ नाला पर तोड़े गए दुकानों को फिर से बसाने का एक अहम मुद्दा इस चुनाव में छाया हुआ है और सभी उम्मीदवार लगातर इस मुद्दे को उठा रहे है. इसके पहले डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार रहे राजेश फैशन ने भी इस मुद्दे पर दुकानदारों का पक्ष लेते हुए उन्हें फिर से बसाने की बात कही है. जबकि जबकि पूर्व मेयर राखी गुप्ता की देवरानी इंजीनियर चांदनी प्रकाश ने भी इस मामले पर कहा कि यह उनकी पहली प्राथमिकता होगी.
प्रशासन ने पूरी की तैयारी: छपरा में मेयर के होने वाले चुनाव के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है और इसके लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी गई. सारण के जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि "छपरा में मेयर के होने वाले उपचुनाव के लिए विधि व्यवस्था समेत सभी तैयारी को पूर्ण कर लिया गया है और चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर उम्मीदवारों पर चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले भी दर्ज किए गए हैं. वहीं 9 उम्मीदवारों के ऊपर मामला जिला प्रशासन के द्वारा दर्ज किया गया है."
उम्मीदवारों ने किया जमकर प्रचार: वहीं मेयर पद के उम्मीदवार लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने छपरा में साफ सफाई और आम जनता की भलाई के लिए कई दावे किए हैं. उन्होंने शहर की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने और और नगर निगम आपके द्वारा कार्यक्रम चलाने की बात कही. वैसे नगर निगम के मेयर के उपचुनाव में हर प्रत्याशी ने अपनी तरफ से अपना प्रचार किया. किसे ने नुक्कड़ सभा की तो किसी ने नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया, तो किसी ने अपने पक्ष में प्रेस वार्ता की तो कोई उम्मीदवार अपने हजारों समर्थकों के साथ अंतिम दिन रोड शो के लिए छपरा की सड़कों पर उतर गया.