शिमला: हिमाचल में राज्यसभा चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग के बाद से चल रहे राजनीतिक ड्रामे के बीच आखिरकार कांग्रेस के 6 बागी सहित 3 निर्दलीय पूर्व विधायक अब भाजपा में शामिल हो गए हैं. ऐसे में दोनों दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया है. इस सब के बीच आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, सीपीएस संजय अवस्थी और विधायक संजय रत्न ने भाजपा पर शब्दों के प्रहार किए.
'34 विधायक सीएम के कंधे से कंधे मिलाकर खड़े': यादवेंद्र गोमा ने कहा विपक्ष की चुनी हुई सरकारों को गिराना भाजपा का सेट एजेंडा है. हिमाचल प्रदेश में 40 विधायकों वाली कांग्रेस सरकार को गिराने का प्रयास किया गया. लेकिन बीजेपी इसमें सफल नहीं हो सकी. अभी 34 विधायक सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. ऐसे में कांग्रेस की सरकार अपना पांच साल के कार्यकाल को पूरा करेगी.
'किस मुंह से उपचुनाव में वोट मांगेंगे बागी': उन्होंने कहा 6 बागियों सहित 9 निर्दलीय विधायक भाजपा के उम्मीदवारों को हराकर विधानसभा पहुंचे थे. जनता ने भी भाजपा के खिलाफ मतदान कर कांग्रेस पार्टी के चिन्ह पर चुनाव लड़े 6 बागियों सहित 3 निर्दलीय को जीताकर अपना विधायक चुना था, ऐसे में भला भाजपा में शामिल होकर उपचुनाव में किस मुंह से जनता के बीच वोट मांगने जाएंगे? ये पब्लिक है सब जानती है.
'मंत्री बनने की चाहत सभी की पूरी नहीं होती': यादवेंद्र गोमा ने कहा, "हिमाचल प्रदेश की जनता ने भाजपा के डबल इंजन के दावे को ठुकरा कर कांग्रेस को भारी बहुमत के साथ जिताया था. भाजपा सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में पूरी तरह असफल रही थी. ऐसे में जनता ने कांग्रेस को अपना भारी समर्थन दिया था और पार्टी के 40 विधायक चुनकर विधानसभा चुनकर पहुंचे थे. पार्टी की जब इतने विधायक चुनकर आते हैं तो उनकी कुछ अपेक्षाएं होती है. विधायक मंत्री और मंत्री मुख्यमंत्री बनने की चाहत होती है, लेकिन सबकी इच्छाएं पूरी नहीं होती है.
'कांग्रेस सरकार पर बागियों का आरोप निराधार': उन्होंने कहा जो 6 बागी भाजपा में शामिल हुए है. उन सभी को पार्टी में पूरा मान सम्मान मिला था. इसमें तीन लोग पार्टी के वरिष्ठ नेता थे. जिसमें राजेंद्र राणा कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष रहे हैं. वहीं सुधीर शर्मा पूर्व मंत्री रहे हैं. उनके पिता संतराम शर्मा भी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हैं और वीरभद्र सिंह के समर्थकों में से एक थे. इसी तरह से रवि ठाकुर की माता भी पार्टी से विधायक रही हैं. ऐसे ने इन लोगों का ये कहना की सरकार में सुनवाई नहीं हो रही है, ये सभी निराधार आरोप हैं.
'सुक्खू सरकार ने पूरी की पांच गारंटियां': गोमा ने कहा सीएम सुखविंदर सिंह की सरकार जनकल्याण के कार्य कर रही है. जिस समय सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सीएम पद की शपथ ली, वे सीधे अनाथ बच्चों से मिलने गए. उन्हें चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का दर्जा दिया. इसी तरह से सीएम ने महिलाओं को 1500 रुपये महीने की अपनी पांचवीं गारंटी पूरी की, लेकिन भाजपा इसका भी विरोध कर रही है. हिमाचल में आईं भारी प्राकृतिक आपदा के बाद भी सीएम ने विकास को रुकने नहीं दिया.
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