शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी में लगातार बढ़ रही भीड़ को कम करने के लिए प्रदेश सरकार शिमला के पास एक और परियोजना पर काम कर रही है. नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश आवास एवं शहरी विकास प्राधिकरण (हिमुडा) के निदेशक मंडल की बैठक में महत्वाकांक्षी माउंटेन सिटी परियोजना की समीक्षा की गई है. इसको लेकर राजेश धर्माणी ने कहा, "शिमला के पास जाठियादेवी में निर्मित होने वाली माउंटेन सिटी परियोजना शिमला की भीड़भाड़ को कम करने की दिशा में सहायक साबित होगी. यह परियोजना आधुनिक शहर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी, जिससे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे."
परियोजना में होगा कुशल नियोजन
कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश सरकार के विकास के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए शिमला के विकास नगर में अत्याधुनिक व्यावसायिक परिसर का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए विषय विशेषज्ञ सलाहकार की सेवाएं ली जाएंगी. प्रदेश की पारिस्थितिकी और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना में कुशल नियोजन को किया जाएगा.
मौहल भाटी में खरीदी जाएगी 125 कनाल जमीन
राजेश धर्माणी ने कहा कि हिमुडा को पर्यटन आधारित परियोजनाओं के निर्माण की दिशा में कार्य करना चाहिए. इसके लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों में जमीन की खरीद संबंधित परियोजनाओं की समीक्षा की गई. जिला कांगड़ा के नरघोटा में प्रस्तावित पर्यटन गांव परियोजना की भी समीक्षा हुई. इस दौरान जिला कांगड़ा की ज्वालामुखी तहसील में मौहल भाटी में 125 कनाल भूमि की खरीद को स्वीकृति प्रदान की गई. उन्होंने कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए हिमुडा को औद्योगिक क्षेत्रों में परियोजनाओं के निर्माण और परियोजनाओं के मार्केटिंग की दिशा में भी काम करना चाहिए. इस बैठक में एग्रीगेटर्ज और रेरा से प्राधिकृत रियल एस्टेट एजेंटों की सेवाएं लेने के लिए विचार विमर्श किया गया.