वाराणसी: अगर आप बनारस में अपना आशियाना चाहते हैं और बजट भी कम है तो नो टेंशन. वाराणसी विकास प्राधिकरण ऐसी 3 परियोजनाएं लेकर सामने आया है. इसमें 2 प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है. उम्मीद है कि साल भर के अंदर यहां करीब 146 फ्लैट्स बनकर तैयार हो जाएंगे. इसके अलावा तीसरी परियोजना पर भी काम चल रहा है. कोशिश यही है कि लोगों को कम बजट में आशियाना मिल सके. आगे भी प्राधिकरण इसी तरह के प्रोजेक्ट्स लाएगा.
बनारस का तेजी से विस्तार हो रहा है. इसी के साथ अफॉर्डेबल हाउसिंग स्कीम भी तेजी से डेवलप हो रही हैं. वाराणसी विकास प्राधिकरण ऐसी स्कीम को तवज्जो दे रहा है जिसमें बिल्डर कम एरिया में ज्यादा और सस्ते फ्लैट्स उपलब्ध करवाएं. खास बात यह है कि 1 महीने के अंदर में वीडीए ने ऐसी तीन परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें कम क्षेत्र में अफॉर्डेबल समिति डेवलप करते हुए ग्रुप हाउसिंग के तहत ज्यादा से ज्यादा फ्लैट्स कम बजट पर बनाए जाएंगे. आने वाले समय में वाराणसी में ऐसे एक-दो नहीं, बल्कि कई और प्रोजेक्ट में आने वाले हैं.
रिंग रोड दांदूपूर में पहला प्रोजेक्ट : वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के मुताबिक सबसे पहले ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट को रिंग रोड दांदूपूर में अनुमति दी गई है. यहां रोडवेज बस स्टैंड के ठीक बगल 6 मंजिला ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट 2817 वर्ग मीटर में तैयार किया जाएगा, जिसमें 65 फ्लैट्स बनकर तैयार होंगे. प्राधिकरण की महायोजना 2021 में रिंग रोड के किनारे ग्रुप हाउसिंग अपार्टमेंट, शॉपिंग मॉल, हॉस्पिटल, पेट्रोल पंप, स्कूल कॉलेज को खोलने के लिए प्लानिंग की गई है. जिसके तहत रिंग रोड के किनारे नई काशी की कल्पना को साकार करने के लिए दांदूपुर स्थित रिंग रोड के पास ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी गई है. बताया कि यह योजना स्वीकृत हो चुकी है और जो डेवलपर इसे डेवलप करना चाहते हैं, उन्हें इस प्रोजेक्ट के लिए मानचित्र पर मंजूरी दिए जाने के बाद बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर से लेकर छठे फ्लोर पर अलग-अलग निर्माण के तहत अनुमति दी गई है.
बेसमेंट में पार्किंग की व्यवस्था, दुकानें भी खुलेंगी : बताया कि इस योजना में बेसमेंट में पार्किंग की व्यवस्था होगी, जबकि ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर कमर्शियल एक्टिविटी के लिए दुकान खोली जाएंगी. इसके बाद बाकी बचे फ्लोर पर अफॉर्डेबल ग्रुप हाउसिंग के तहत 65 फ्लैट बनाए जाएंगे. इसके अलावा हाल ही में वाराणसी में शहर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पीछे एक खाली प्लॉट पर ग्रुप हाउसिंग सोसायटी डेवलप करने की दूसरी अनुमति दी गई है जिसका नक्शा महज 96 घण्टे में पास किया गया है.
नरिया सुसुवाही रोड किनारे बनेंगे 84 फ्लैट्स : वीडीए उपाध्यक्ष जे बताया कि बीएचयू से नरिया सुसुवाही रोड पर प्राधिकरण ने अल्प आय वर्ग के लिए 84 फ्लैटों की अफोर्डेबल ग्रुप हाउसिंग स्कीम को भी अनुमति दी है. मुख्य मार्ग पर वाराणसी विकास प्राधिकरण का का यह प्रोजेक्ट तैयार होगा. कम जगह में ज्यादा फ्लैट्स बनाने के लिए अफॉर्डेबल ग्रुप हाउसिंग को लेकर सरकार ने भी नियमों बदलाव किया है. अब नए नियम के मुताबिक अब 12 मीटर चौड़ी सड़क पर ही बिल्डर न्यूनतम दो हजार वर्गमीटर के भूखंड पर ही फ्लैट बना सकेंगे. कम जमीन पर ज्यादा फ्लैट बन सकें, इसके लिए एफएआर (फ्लोर एरिया रेसियो) भी सड़क की चौड़ाई व क्षेत्र के अनुसार 2.50 तक रहेगा. डेन्सिटी (घनत्व) भी बढ़ाकर 800 फ्लैट प्रति हेक्टेयर तक किया गया है.
12 से 20 लाख के बीच होगी कीमत : उन्होंने बताया कि लंका में बन रही इस नई ग्रुप हाउंसिंग में कम आय वालों को 12 से 20 लाख के बीच सस्ते घर मिलेंगे. 2830 वर्ग मीटर क्षेत्रफल भूमि पर प्रस्तावित अफोर्डेबल ग्रुप हाउसिंग में बेसमेंट, स्टिल्ट एवं 07 तल के 84 यूनिट के (अफोर्डेबल ग्रुप हाउसिंग फ्लैट) तैयार होंगे. बेसमेंट एवं स्टिल्ट पर पार्किंग एवं प्रथम से सप्तम तल प्रत्येक तल पर 12 फ्लैट कुल 84 अफोर्डेबल ग्रुप हाउसिंग फ्लैट होंगे. इसके अलावा परियोजना में कुल 84 कार पार्किंग और जरूरत के हिसाब से दो पहिया वाहनों की पर्याप्त पार्किंग होगी. इस ग्रुप हाउंसिंग में कम्यूनिटी सेंटर तथा अन्य सुविधाएं वाशरूम, लिफ्ट भी होगी. परियोजना के अंतर्गत उपलब्ध फ्लैट का फ्लोर एरिया 49 वर्गमीटर से 60 वर्गमीटर का है.
वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित करके का कहना है कि यह बेहद जरूरी है कि लोगों को कम बजट में उनके सपनों का घर मिलेगा . प्राधिकरण इस दिशा में काम कर रहा है. हमारे पास जो भी बिल्डर आ रहे हैं, हम उनसे यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि वह कम स्पेस में ज्यादा से ज्यादा फ्लैट्स का निर्माण करें. इसमें सबसे बड़ा फायदा यह है कि कम जगह में ज्यादा मंजिल की इमारत की अनुमति मिल सकती है.