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नोएडा में कारोबारी से 9.9 करोड़ रुपए की ठगी, पुलिस ने 1.62 करोड़ रकम कराया फ्रीज - CYBER THUGS IN NOIDA

नोएडा में एक बड़े कारोबारी से साइबर जालसाजों ने शेयर ट्रेडिंग में निवेश पर मुनाफा होने की बात कहकर 9.9 करोड़ रुपए की ठगी कर ली है. पुलिस ने मुताबिक, ठगी की इस वारदात को अंजाम राजस्थान के गिरोह ने दिया है.

कारोबारी से 9.9 करोड़ रुपए की ठगी
कारोबारी से 9.9 करोड़ रुपए की ठगी (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 1, 2024, 10:55 PM IST

नोएडा में कारोबारी से 9.9 करोड़ रुपए की ठगी (etv bharat)

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में शेयर ट्रेडिंग में कई गुना मुनाफा होने की बात कहकर साइबर ठगों ने एक कारोबारी के साथ करीब नौ करोड़ रुपये की ठगी कर ली. ठगों ने कुल 13 बार में निवेश के नाम पर रकम ट्रांसफर कराई. ठगी की जानकारी होने के बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की है. पुलिस ने ठगी की एक करोड़ 62 लाख की रकम फ्रीज करा दी है. जानकारी के अनुसार, वाट्सएप ग्रुप पर जोड़ने के बाद ऐप डाउनलोड कराकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.

दरअसल, सेक्टर-40 के बी ब्लाक में रहने वाले रजत बोथरा एक कारोबारी हैं. पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने बताया कि 28 अप्रैल को उन्हें एक अनजान व्यक्ति ने व्हाट्सऐप ग्रुप पर जोड़ लिया. ग्रुप में शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने पर होने वाले मुनाफे के बारे में बताया जा रहा था. ग्रुप में मौजूद लोग शेयर ट्रेडिंग में निवेश होने पर मिलने वाले मुनाफे का स्क्रीनशॉट भी साझा कर रहे थे.

ग्रुप के एक सदस्य ने शिकायतकर्ता को शेयर ट्रेडिंग के मुनाफे के बारे में बताते हुए एक लिंक भेजा. शिकायतकर्ता ने बिना जाने समझे लिंक को क्लिक किया और कई स्टेप के बाद रजत के मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड हो गया. उस एप में बैंक खातों की जानकारी भी साझा की गई. ऐप में बताए गए निर्देशों को फॉलो करते हुए रजत रकम ट्रांसफर करते रहे. ऐप पर रकम निवेश पर बढ़ती हुई दिख रही थी. मुनाफा कमाने के चक्कर में रजत ने 13 बार में कुल नौ करोड़ रुपये निवेश कर दिए.

ऐप पर मुनाफे सहित शिकायतकर्ता की रकम 90 करोड़ रुपये की दिख रही थी. ठगों ने इस दौरान शिकायतकर्ता से कहा कि वह जल्दी से कुछ करोड़ की रकम और निवेश करे ताकि मुनाफा एक अरब रुपये हो जाए. हालांकि पीड़ित ने जब रुपये निकालने की कोशिश की तो रकम नहीं निकली. एप्लीकेशन ने रुपये निकालने की अनुमति ही नहीं दी. जब शिकायतकर्ता ने अपनी निवेश की हुई रकम वापस मांगी तो ठगों ने उसे ग्रुप से ही बाहर कर दिया. इसके बाद रजत को ठगी की जानकारी हुई.

केरल और तमिलनाडु के खातों में गई रकम: पुलिस ने जब मामले की जांच की तो सामने आया ठगी की रकम जिन खातों में गई है, उसे केरल और तमिलनाडु के बैंकों में खुलवाया गया है. खाता धारक क्या काम करता है और कौन है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय ने बताया प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ठगी की वारदात को अंजाम राजस्थान के गिरोह ने दिया है.

नोएडा में कारोबारी से 9.9 करोड़ रुपए की ठगी (etv bharat)

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में शेयर ट्रेडिंग में कई गुना मुनाफा होने की बात कहकर साइबर ठगों ने एक कारोबारी के साथ करीब नौ करोड़ रुपये की ठगी कर ली. ठगों ने कुल 13 बार में निवेश के नाम पर रकम ट्रांसफर कराई. ठगी की जानकारी होने के बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की है. पुलिस ने ठगी की एक करोड़ 62 लाख की रकम फ्रीज करा दी है. जानकारी के अनुसार, वाट्सएप ग्रुप पर जोड़ने के बाद ऐप डाउनलोड कराकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.

दरअसल, सेक्टर-40 के बी ब्लाक में रहने वाले रजत बोथरा एक कारोबारी हैं. पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने बताया कि 28 अप्रैल को उन्हें एक अनजान व्यक्ति ने व्हाट्सऐप ग्रुप पर जोड़ लिया. ग्रुप में शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने पर होने वाले मुनाफे के बारे में बताया जा रहा था. ग्रुप में मौजूद लोग शेयर ट्रेडिंग में निवेश होने पर मिलने वाले मुनाफे का स्क्रीनशॉट भी साझा कर रहे थे.

ग्रुप के एक सदस्य ने शिकायतकर्ता को शेयर ट्रेडिंग के मुनाफे के बारे में बताते हुए एक लिंक भेजा. शिकायतकर्ता ने बिना जाने समझे लिंक को क्लिक किया और कई स्टेप के बाद रजत के मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड हो गया. उस एप में बैंक खातों की जानकारी भी साझा की गई. ऐप में बताए गए निर्देशों को फॉलो करते हुए रजत रकम ट्रांसफर करते रहे. ऐप पर रकम निवेश पर बढ़ती हुई दिख रही थी. मुनाफा कमाने के चक्कर में रजत ने 13 बार में कुल नौ करोड़ रुपये निवेश कर दिए.

ऐप पर मुनाफे सहित शिकायतकर्ता की रकम 90 करोड़ रुपये की दिख रही थी. ठगों ने इस दौरान शिकायतकर्ता से कहा कि वह जल्दी से कुछ करोड़ की रकम और निवेश करे ताकि मुनाफा एक अरब रुपये हो जाए. हालांकि पीड़ित ने जब रुपये निकालने की कोशिश की तो रकम नहीं निकली. एप्लीकेशन ने रुपये निकालने की अनुमति ही नहीं दी. जब शिकायतकर्ता ने अपनी निवेश की हुई रकम वापस मांगी तो ठगों ने उसे ग्रुप से ही बाहर कर दिया. इसके बाद रजत को ठगी की जानकारी हुई.

केरल और तमिलनाडु के खातों में गई रकम: पुलिस ने जब मामले की जांच की तो सामने आया ठगी की रकम जिन खातों में गई है, उसे केरल और तमिलनाडु के बैंकों में खुलवाया गया है. खाता धारक क्या काम करता है और कौन है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय ने बताया प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ठगी की वारदात को अंजाम राजस्थान के गिरोह ने दिया है.

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