बुरहानपुर : जम्बूपानी क्षेत्र के पांच से ज्यादा गांवों के किसानों को अजवाइन मालामाल कर रही है. इन किसानों ने देसी अजवाइन की खेती को अपनाया है, उन्होंने इस खेती में हजारों की लागत लगाकर लाखों रुपए कमाए हैं और अब इससे उनकी किस्मत बदल गई है. दरअसल, एक एकड़ खेत में अजवाइन की फसल लगाने पर मात्र 4 से 5 हजार रु का खर्च आता है. वहीं एक एकड़ से ही एक लाख रु से अधिक की अजवाइन का उत्पादन होता है.
अजवाइन और अन्य फसलें एकसाथ
क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने इस खेती को अपनाया है, एक ही जमीन पर अजवाइन की खेती के साथ दूसरी फसल का उत्पादन भी किया जा रहा है, जिसके चलते किसानों को अच्छी कमाई हो रही हैं. इससे न केवल किसान की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है, बल्कि उनका इस उन्नत खेती का अनुभव भी बढ़ रहा है. बता दें कि जम्बूपानी जिला मुख्यालय का सबसे दूरस्थ गांव है, जो मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र की सीमा पर सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला में बसा है, अन्य गांवों की तुलना में यह गांव सबसे ऊंचाई पर स्थित हैं, यहां का वातावरण हमेशा ठंडा रहता है, जिसके चलते आसानी से अजवाइन की खेती हो रही हैं, संभवतः यह पूरे निमाड़ क्षेत्र का एकमात्र गांव हैं, जहां अजवाइन की खेती होती हैं.
अजवाइन की खेती अपनाएं किसान
इन दिनों किसानों के खेतों में अजवाइन की फसल लहलहा रही हैं, इस बार भी किसानों को बेहतर उत्पादन की उम्मीद है. किसान शौकत अकबर अली ने जिला प्रशासन से अजवाइन की खेती को बढ़ावा देने की आगे आने की गुहार लगाई है, जिससे अजवाइन की खेती को अन्य किसान भी अपनाएं, इससे निश्चित रूप से किसानों की आय में वृद्धि होगी. किसान शौकत अली कहते हैं, '' अजवाइन की खेती के लिए अन्य गांवों के किसानों को प्रेरित किया जाए, जिससे क्षेत्र में अजवाइन खेती के रकबे में बढ़ोतरी हो सके. स्थानीय स्तर पर भी जिला प्रशासन को अजवाइन फसल की खरीदी के लिए कदम उठाना चाहिए, जिससे किसानों को और अच्छे दाम मिल सकें. इसकी खेती में कम लागत लगती है और मुनाफा ज्यादा होता है. बाजार में अजवाइन 150 रु किलो तक बिकती है. ''