बुरहानपुर. शहर के इतवारा स्थित श्री गोकुल चंद्रमाजी मंदिर में 5 दिवसीय फाग उत्सव शुरू हो गया है. यहां राधा रानी की नगरी बरसाना की तर्ज पर लट्ठमार होली धूमधाम से आयोजित की गई. शनिवार को राधा ने श्रीकृष्ण और ग्वाल-बाल बने भक्तों पर गोपियों ने चेहरे पर घूंघट और हाथ में लट्ठ लेकर जमकर लट्ठ बरसाए. इस दौरान श्री राधाकृष्ण की होली के फाग गीत गाकर नृत्य भी किए गए.
पुरुषों को मजाकिया अंदाज में मारे जाते हैं लट्ठ
लट्ठमार होली के दौरान बरसाना की तर्ज पर श्री कृष्ण पर फूल बरसाए गए. वैसे तो ब्रज की लट्ठमार होली पूरे देश में प्रसिद्ध है, लेकिन बुरहानपुर में भी यह होली बड़े हर्षोल्लास से मनाई जाती है. इसमें महिलाएं, पुरुषों, बच्चे बूढ़े सभी शामिल होते हैं, और लठ्ठमार और लड्डू मार होली खेलते हैं. परंपरा के तहत महिलाएं इस होली में पुरुषों को मजाकिया अंदाज में डंडे से पीटती हैं. पुरुष भी मस्ती करते हुए ढाल लगाकर बचते नजर आते हैं. श्री गोकुल चंद्रमाजी मंदिर में लठ्ठमार होली के बाद जमकर अबीर-गुलाल और रंग बरसाया गया, इस दौरान बालगोपाल पर फूलों की वर्षा की गई.
धुरेड़ी के दिन चंद्र ग्रहण प्रभावी नहीं
इस वर्ष करीब 100 साल बाद होली पर चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. हालांकि, यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा इसलिए इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा. ऐसे में 25 मार्च को होली खेली जा सकेगी.