बुरहानपुर। जिले के स्व.नंदकुमार सिंह चौहान जिला हॉस्पिटल में जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए हितग्राहियों को चक्कर काटने पड़ रहे हैं. दरअसल, मई माह से पोर्टल बंद पड़ा है, जिसके चलते ग्रामीण अंचलों सहित जिलेवासियों को जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के बिना खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए परेशान ग्रामीण किरण बडगुजर का कहना है "प्रमाण पत्र के लिए दर-दर भटक रहे हैं. बच्चों का स्कूल में लिखवाना है. स्कूल में जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ रही है, लेकिन यहां से प्रमाण पत्र समय पर नही मिल पा रहा है."
वेबसाइट ओपन नहीं होने का बहाना
ग्रामीणों का कहना है कि हम कई बार जन्म प्रमाण पत्र के लिए चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी वेबसाइट बंद होने की बात कहकर वापस कर देते हैं. जन्म प्रमाण पत्र के अभाव में बच्चों का स्कूल में एडमिशन नहीं हो पा रहा है. ग्रामीणों की मांग है कि अधिकारियों को जल्द से जल्द इस समस्या का हल निकालना चाहिए. बता दें कि जन्म प्रमाण पत्र बनाते समय कई बालक, बालिकाओं के नाम, पिता का नाम, सरनेम सहित तारीखों में त्रुटि हुई है. अब एडमिशन के समय में इसमें बदलाव जरूरी है.
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प्रमाण पत्र में गलती होने से योजनाओं का लाभ नहीं
बता दें कि जन्म प्रमाण पत्र में त्रुटि होने से स्कूल में एडमिशन में दिक्कत आती है. साथ ही लक्ष्मी लाडली योजना का बालिकाओं को लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. रोजाना करीबन 20 से 25 महिलाओं का जिला अस्पताल में प्रसव हो रहा है, लेकिन लंबे समय से सर्वर की परेशानी से जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र का काम ठप है. इस समस्या के निदान के लिए अधिकारियों से परेशान लोग बार-बार निवेदन कर रहे हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. ग्रामीणों का आरोप है कि सर्वर चलने पर भी कंप्यूटर ऑपरेटर एक-एक महीने चक्कर कटवाता है, जब भी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पहुंचते हैं तो ऑपरेटर तारीख पर तारीख देता है.