सागर: बुंदेलखंड की कला, संस्कृति और जीवन शैली सहज ही सबको आकर्षित करती है. यहां का लोकगायन और लोक नृत्य विश्व प्रसिद्ध है, तो यहां का खान-पान भी अपने आप में निराला है. आज हम आपको बुंदेलखंड के ऐसे व्यंजन के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसका स्वाद ऐसा है कि आपको उंगलिया चाटने पर मजबूर कर दे और जिसे आप कभी ना भूल पाएं. इस व्यंजन को बुंदेलखंड में ठड़ूला कहा जाता है. जो की मूंग और काली उड़द की दाल से बनता है. खासकर मकर संक्रांति और विशेष त्यौहार पर बुंदेलखंड में जरूर बनाया जाता है.
ठड़ूला बनाने की आवश्यक सामग्री
ठड़ूला बनाने के लिए एक कटोरी छिलके वाली उड़द दाल और एक कटोरी मूंग दाल को धोकर सुखाकर एक बाउल गेहूं के साथ पीसा जाता है. इसके अलावा एक कप हरी धनिया, 4- 5 हरी मिर्च, दो चम्मच सौंफ, एक चम्मच जीरा, एक अदरक का टुकड़ा, आधा चम्मच सफेद और आधा चम्मच काले नमक में हींग डालकर पेस्ट बनाया जाता है.
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ठड़ूला बनाने की विधि
उड़द दाल मूंग दाल और गेहूं के आटे में पेस्ट को मिलाकर गूंथा जाता है. इसे रोटी वाले आटे की तरह गूंथा जाता है, लेकिन रोटी वाले आटे से ज्यादा गीला रखा जाता है. गुथे हुए आटे को करीब 10-15 मिनट ढक कर छोड़ देने के बाद ये फूल जाता है और फिर करीब 15 मिनट बाद इसमें थोड़ा सा पानी डालकर मुलायम किया जाता है. फिर छोटी-छोटी लौइयां बनाकर हाथों में तेल लगाकर पापड़ की तरह बेला जाता है. यह चिपके ना इसके लिए प्लास्टिक शीट लगाकर भी बेल सकते हैं. इसे पूरी की तरह बेलने के बाद गर्म तेल की कढ़ाई में डाला जाता है और मध्यम आंच पर कुरकुरे होने तक तला जाता है. इस तरह स्वादिष्ट ठड़ूला तैयार हो जाता है. जिसे आप टमाटर की चटनी और सलाद के साथ अपने मेहमानों को परोस सकते हैं और दावा है कि आपके मेहमान उंगलियां चाटते रह जाएंगे.