लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मौजूद बुद्ध तीर्थ स्थलों के प्रचार प्रसार के लिए पर्यटन विभाग ने पड़ोसी देश थाईलैंड में बुद्ध भूमि कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश में मौजूद "कुशीनगर महापरिनिर्वाण स्थल" की रिप्लिका तैयार की है. इस कार्यक्रम में भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल थीम पर पवेलियन का निर्माण किया गया है. इसके माध्यम से थाईलैंड के लोगों को उत्तर प्रदेश के 6 प्रमुख बहुत तीर्थ स्थलों की जानकारी दी जा रही है. पवेलियन में आने वालों को कुशीनगर, सारनाथ, श्रावस्ती, कपिलवस्तु, संकिसा और कौशांबी तीर्थ से जुड़ी जानकारियां, पुस्तकें, यात्रा वृतांत और वहां पहुंचने व सुविधाओं की जानकारी दी जा रही है. पर्यटन विभाग देश में मौजूद बौद्ध तीर्थ स्थलों को साउथ एशिया के अन्य देशों में प्रसारित करने के लिए पहली बार इस तरह के कार्यक्रम में शामिल हो रहा है.
भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल के थीम पर पवेलियन : प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मुकेश मेश्राम ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भगवान बुद्ध से जुड़े सभी पर्यटक स्थलों पर विकास कार्य कराए जा रहे हैं. निवेशकों को लुभाने के लिए और उत्तर प्रदेश में स्थित बुद्ध धर्म के संबंधित विभिन्न जगहों में निवेश के और व्यवसाय के संभावना को देखते हुए थाईलैंड में हो रहे बुद्ध भूमि कार्यक्रम में वहां के रॉयल पैलेस के पवेलियन में पहली बार उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग शामिल हो रहा है.
थाईलैंड में 23 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित बुद्धभूमि कार्यक्रम के माध्यम से उत्तर प्रदेश पर्यटन वहां आने वाले विदेश के सभी पर्यटकों को यूपी में मौजूद भगवान बुद्ध की धार्मिक स्थलों के बारे में जानकारी दी जा रही है. इस कार्यक्रम में भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल थीम पर पवेलियन का निर्माण कराया गया है.
उद्घाटन के पहले दिन 50 हजार से अधिक लोगों ने इस पवेलियन को विकसित किया था. वहीं रोजाना औसतन 10 हजार लोग पवेलियन को विकसित करने में जुटे हैं. हमें उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध से जुड़ीं जो 6 जगह हैं. उनके बारे में विदेशी पर्यटकों को यहां से अच्छी जानकारी मिलेंगी और आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में पर्यटन काफी बढ़ेगा.
प्रदेश में मौजूद बुद्ध स्थल : प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने कहा कि हमारा प्रयास है कि दुनियाभर से बौद्ध श्रद्धालु उत्तर प्रदेश आएं और भगवान बुद्ध से जुड़े, सभी पावन स्थलों के साथ ही अयोध्या, काशी समेत अन्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण करें. उन्होंने कहा कि भारत में हर वर्ष बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु आते हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग का भारत आने वाले बौद्ध तीर्थयात्रियों को अधिक से अधिक अपनी ओर आकर्षित करने पर विशेष जोर है. प्रदेश सरकार का प्रयास है कि दुनिया को बौद्ध स्थलों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध कराई जाए.