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केतली जैसी दुकान, चाय-कॉफी के 20 से ज्यादा फ्लेवर; ये BTech-MBA चायवाला लोगों को दे रहा रोजगार

मेरठ के गंगानगर में रहने वाले एक युवक ने स्टार्टअप (special kettle in Meerut) शुरू किया है. युवक के मुताबिक, नौकरी नहीं मिलने पर उसने एक केतलीनुमा डिजाइन तैयार की. अब अलग-अलग 20 से अधिक फ्लेवर की चाय बनाने का काम शुरु कर दिया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 21, 2024, 11:03 AM IST

Updated : Feb 21, 2024, 12:16 PM IST

मेरठ में बीटेक-एमबीए पास युवा ने शुरू किया स्टार्टअप

मेरठ : जिले में बीटेक-एमबीए पास एक युवक अब चाय वाला बन गया है. उसे जब कहीं अपने मुताबिक नौकरी नहीं मिली तो उसने एक केतलीनुमा डिजाइन तैयार की. इसके बाद अलग-अलग 20 से अधिक फ्लेवर की चाय बनाने का काम शुरु कर दिया. युवक ने अपने स्टार्टअप से कई लोगों को नौकरी भी दे रखी है.

युवक ने शुरू किया स्टार्टअप : मेरठ के गंगानगर में रहने वाले एक युवक को जब कहीं नौकरी नहीं मिली तो फिर उसने अपना स्टार्टअप शुरू कर दिया. युवक का नाम चिराग कक्कड़ है. वह बीटेक और एमबीए पासआउट है. चिराग ने बताया कि उसने काफी हाथ पैर मारे, खूब कोशिश की कि लेकिन अच्छी नौकरी नहीं मिली. इसके बाद उसने निर्णय लिया कि अब कुछ ऐसा करेंगे जिससे कुछ और भी युवाओं को रोजगार मिल सके. चिराग ने बताया कि उसने पहले खूब रिसर्च किया. उसके बाद केतलीनुमा चाय की गुमटी तैयार की. अलग-अलग 20 फ्लेवर की चाय का इंतजाम भी कर दिया.

तीन युवाओं को भी दिया रोजगार : चिराग बताते हैं कि अच्छी बात यह है कि उन्होंने तीन युवाओं को भी रोजगार दिया है. साथ ही अब अपनी केतलीनुमा दुकान का पेटेंट कराने के लिए प्रयासरत हैं. वह बताते हैं कि उन्होंने देश के अलग-अलग प्रांतों में चाय के साथ परोसे जाने वाले उत्पादों पर भी काफी काम किया है. वह कहते हैं कि शुद्धता का उन्होंने विशेष ध्यान रखा है, वहीं चाय के भी बीस से अधिक फ्लेवर मौजूद हैं, दूसरी तरफ कॉफी में भी अलग-अलग फ्लेवर उपलब्ध हैं.

चिराग का दावा है कि उन्होंने हाइजीन और इको फ्रेंडली जैसे प्रोडक्ट को ही जगह दी है. फिलहाल चिराग के द्वारा की गई खास कोशिश से हर कोई उनकी सराहना भी कर रहा है. वहीं, वह कहते हैं कि वे अपने इस खास ब्रांड 'चाय जी' की जगह-जगह फ्रेंचाइजी देने का प्लान कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि हर केतलीनुमा चाय जी के स्टॉल पर तीन से चार लोगों को रोजगार मिलेगा.

बरेली के रहने वाले सैफ बताते हैं कि वह चिराग के यहां मास्टर सेफ के तौर पर सेवा दे रहे हैं. उन्हें भी खुशी हो रही है कि जो भी लोग वहां आते हैं वे बेहद प्रभावित होते हैं. चाय पीने आए रवि कहते हैं कि बेरोजगारी बड़ी समस्या है. ऐसे में युवा खुद अपने लिए रास्ते बना रहे हैं और लोगों को साथ जोड़कर आगे बढ़ रहे हैं. फिलहाल अपने तरह की अनोखी चाय की केतलीनुमा दुकान खोलकर चिराग सुर्खियों में आ गए हैं.

यह भी पढ़ें : हाथों में केतली लेकर पीएम की हर रैली में पहुंचते हैं 'अशोक', मोदी को चाय पिलाना ही इनका है सपना

यह भी पढ़ें : चाय बेचने को मजबूर मासूम ने कहा- इसके सिवा कोई चारा नहीं

मेरठ में बीटेक-एमबीए पास युवा ने शुरू किया स्टार्टअप

मेरठ : जिले में बीटेक-एमबीए पास एक युवक अब चाय वाला बन गया है. उसे जब कहीं अपने मुताबिक नौकरी नहीं मिली तो उसने एक केतलीनुमा डिजाइन तैयार की. इसके बाद अलग-अलग 20 से अधिक फ्लेवर की चाय बनाने का काम शुरु कर दिया. युवक ने अपने स्टार्टअप से कई लोगों को नौकरी भी दे रखी है.

युवक ने शुरू किया स्टार्टअप : मेरठ के गंगानगर में रहने वाले एक युवक को जब कहीं नौकरी नहीं मिली तो फिर उसने अपना स्टार्टअप शुरू कर दिया. युवक का नाम चिराग कक्कड़ है. वह बीटेक और एमबीए पासआउट है. चिराग ने बताया कि उसने काफी हाथ पैर मारे, खूब कोशिश की कि लेकिन अच्छी नौकरी नहीं मिली. इसके बाद उसने निर्णय लिया कि अब कुछ ऐसा करेंगे जिससे कुछ और भी युवाओं को रोजगार मिल सके. चिराग ने बताया कि उसने पहले खूब रिसर्च किया. उसके बाद केतलीनुमा चाय की गुमटी तैयार की. अलग-अलग 20 फ्लेवर की चाय का इंतजाम भी कर दिया.

तीन युवाओं को भी दिया रोजगार : चिराग बताते हैं कि अच्छी बात यह है कि उन्होंने तीन युवाओं को भी रोजगार दिया है. साथ ही अब अपनी केतलीनुमा दुकान का पेटेंट कराने के लिए प्रयासरत हैं. वह बताते हैं कि उन्होंने देश के अलग-अलग प्रांतों में चाय के साथ परोसे जाने वाले उत्पादों पर भी काफी काम किया है. वह कहते हैं कि शुद्धता का उन्होंने विशेष ध्यान रखा है, वहीं चाय के भी बीस से अधिक फ्लेवर मौजूद हैं, दूसरी तरफ कॉफी में भी अलग-अलग फ्लेवर उपलब्ध हैं.

चिराग का दावा है कि उन्होंने हाइजीन और इको फ्रेंडली जैसे प्रोडक्ट को ही जगह दी है. फिलहाल चिराग के द्वारा की गई खास कोशिश से हर कोई उनकी सराहना भी कर रहा है. वहीं, वह कहते हैं कि वे अपने इस खास ब्रांड 'चाय जी' की जगह-जगह फ्रेंचाइजी देने का प्लान कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि हर केतलीनुमा चाय जी के स्टॉल पर तीन से चार लोगों को रोजगार मिलेगा.

बरेली के रहने वाले सैफ बताते हैं कि वह चिराग के यहां मास्टर सेफ के तौर पर सेवा दे रहे हैं. उन्हें भी खुशी हो रही है कि जो भी लोग वहां आते हैं वे बेहद प्रभावित होते हैं. चाय पीने आए रवि कहते हैं कि बेरोजगारी बड़ी समस्या है. ऐसे में युवा खुद अपने लिए रास्ते बना रहे हैं और लोगों को साथ जोड़कर आगे बढ़ रहे हैं. फिलहाल अपने तरह की अनोखी चाय की केतलीनुमा दुकान खोलकर चिराग सुर्खियों में आ गए हैं.

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Last Updated : Feb 21, 2024, 12:16 PM IST
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