लखनऊ: संविधान दिवस पर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है. उन्होंने कहा है कि संविधान कोई दिखावटी चीज नहीं, इसे दिल से स्वीकार करना चाहिए. संविधान के मुताबिक ही हर काम होना चाहिए. संविधान के साथ कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं. संविधान ही हमारे हितों की रक्षा करने वाला है.
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक्स पर लिखा कि संविधान के अनुरूप व्यवहार करना भी बहुत जरूरी है. खासकर भारतीय संविधान ’सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ के मानवतावादी व कल्याणकारी उद्देश्यों को लेकर है, जिससे यहां जात-पात मुक्त समतामूलक समाज की स्थापना हो व देश महान बने, लेकिन देश में संविधान लागू होने के इतने दशकों बाद भी जमीनी स्तर पर सही व सच्चे सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक लोकतंत्र का अभाव है.
ये अभाव साबित करता है कि यहां सत्ता में रहने वाली खासकर कांग्रेस व भाजपा ने संविधान को इसकी असली जनकल्याणकारी मंशा के हिसाब से लागू नहीं किया जो अति-दुखद है. देश की पूंजी में विकास के जरिए जनता की गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ापन दूर करने का अपार जनहित व जनकल्याण का कार्य नहीं होना, बल्कि कुछ मुट्ठीभर लोगों का विकास होना यहां हर संतुलन को बिगाड़ने वाला, जिससे बहु-अपेक्षित जनविकास कैसे संभव?
उन्होंने कहा कि आज ’संविधान दिवस’ पर बीएसपी संविधान की भूरि-भूरि प्रशंसा करती है, लेकिन इसके मुख्य शिल्पी डॉ. भीमराव आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि तभी संभव है जब उनके करोड़ों शोषित-उपेक्षित अनुयाइयों के जीवन में आरक्षण के जरिए बेहतरी आएगी, जिसके लिए बीएसपी ही समर्पित है.
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