लखनऊ: संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी से देश भर में उबाल है. खासकर विपक्षी दल कांग्रेस, सपा और बसपा अमित शाह से अपने बयान पर माफी मांगने की जिद पर खड़े हैं. पार्टियों की तरफ से विरोध प्रदर्शित किया जा रहा है. कांग्रेस जहां आज पूरे देश में अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है, वहीं बहुजन समाज पार्टी ने कल प्रदेश भर में प्रदर्शन का एलान किया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर पर हो रही राजनीति को लेकर कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला किया. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को बहुजनों के मुद्दे पर मुंह में राम बगल में छूरी जैसा व्यवहार बताया.
1. भारतीय संविधान के मूल निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का अनादर/अपमान व उनके करोड़ों अनुयाइयों के प्रति हीन भावना का दुखद परिणाम है परभणी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं। साबित है कि कांग्रेस व भाजपा आदि कोई इनका सच्चा हितैषी नहीं सबकी नीयत, नीति में खोट।
— Mayawati (@Mayawati) December 23, 2024
2. परभणी घटना को लेकर कांग्रेसी नेता का आज दौरा घड़ियाली आँसू, क्योंकि बाबा साहेब के जीतेजी व उनके देहान्त के बाद भी कांग्रेस का उनके व उनके अनुयाइयों के हित व कल्याण के प्रति रवैया हमेशा जातिवादी व तिरस्कारी रहा है। इनको दलित-पिछड़ों की याद केवल इनके बुरे वक्त में आती है।
— Mayawati (@Mayawati) December 23, 2024
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि भारतीय संविधान के मूल निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का अनादर/अपमान व उनके करोड़ों अनुयाइयों के प्रति हीन भावना का दुखद परिणाम है परभणी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं. साबित है कि कांग्रेस व भाजपा में कोई इनका सच्चा हितैषी नहीं सबकी नीयत, नीति में खोट है. परभणी घटना को लेकर कांग्रेसी नेता का आज दौरा घड़ियाली आंसू, क्योंकि बाबा साहेब के जीते जी व उनके देहान्त के बाद भी कांग्रेस का उनके व उनके अनुयाइयों के हित व कल्याण के प्रति रवैया हमेशा जातिवादी व तिरस्कारी रहा है.
3. इसी क्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री से संसद में बाबा साहेब विरोधी टिप्पणी को वापस लेने की माँग को लेकर बीएसपी द्वारा कल देश भर में जिला मुख्यालयों पर शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने की सर्वसमाज से अपील। बाबा साहेब के नाम पर छलावापूर्ण राजनीति करने वालों से सावधानी जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) December 23, 2024
3. इसी क्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री से संसद में बाबा साहेब विरोधी टिप्पणी को वापस लेने की माँग को लेकर बीएसपी द्वारा कल देश भर में जिला मुख्यालयों पर शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने की सर्वसमाज से अपील। बाबा साहेब के नाम पर छलावापूर्ण राजनीति करने वालों से सावधानी जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) December 23, 2024
कहा है कि इनको दलित-पिछड़ों की याद केवल इनके बुरे वक्त में आती है. इसी क्रम में केन्द्रीय गृहमंत्री से संसद में बाबा साहेब विरोधी टिप्पणी को वापस लेने की मांग को लेकर बीएसपी की तरफ से कल देश भर में जिला मुख्यालयों पर शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने की सर्वसमाज से अपील है. बाबा साहेब के नाम पर छलावापूर्ण राजनीति करने वालों से सावधानी जरूरी है. बीएसपी का अम्बेडकरवादी आत्म-सम्मान का मूवमेन्ट ’बहुजन समाज’ को वोट के माध्यम से शासक वर्ग बनाने का राजनीतिक मिशन है, जबकि दूसरी पार्टियां केवल इनके वोटों के स्वार्थ की खातिर आंबेडकरवादी होने का ढोंग करती रहती हैं. दलित/बहुजन के हितों में इनके मुंह में राम बगल में छूरी जैसा है.
4. बीएसपी का अम्बेडकरवादी आत्म-सम्मान का मूवमेन्ट ’बहुजन समाज’ को वोट के माध्यम से शासक वर्ग बनाने का राजनीतिक मिशन है जबकि दूसरी पार्टियाँ केवल इनके वोटों के स्वार्थ की खातिर अम्बेडकरवादी होने का ढोंग करती रहती हैं। दलित/बहुजन के हितों में इनके मुंह में राम बगल में छुरी जैसा है।
— Mayawati (@Mayawati) December 23, 2024