नई दिल्ली/गाजियाबाद: भारत बंद के तहत सुप्रीम कोर्ट के एससी एसटी आरक्षण से क्रीमी लेयर को हटाने के विरोध में गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों समेत अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन किया. सुबह 11:00 से शुरू हुआ प्रदर्शन दोपहर 2:00 बजे तक जारी रहा. बहुजन समाज पार्टी, आजाद समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी द्वारा जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सैंपा. हालांकि, सभी राजनीतिक पार्टियों ने अलग-अलग प्रदर्शन किया.
बहुजन समाज पार्टी के नेताओं ने किया प्रदर्शन: बड़ी संख्या में बहुजन समाज पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे. पार्टी के महानगर अध्यक्ष आनंद चौधरी ने बताया कि आरक्षण में फेरबदल करने के लिए सरकार द्वारा जो षड्यंत्र रचा जा रहा है उसके खिलाफ आज हम सड़कों पर उतरे हैं. सरकार की मानसिकता ठीक नहीं है और सभी वर्गों को सरकार दबाना चाहती है. प्रदर्शन को आज तमाम सभी दलों का समर्थन मिला है. यदि समय रहते सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो चक्का जाम करेंगे.
जातीय जनगणना कराए सरकार: कचहरी परिसर से अधिवक्ता पैदल मार्च करते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे. जिला मुख्यालय पहुंचकर अधिवक्ताओं ने ज्ञापन सौंपा है. अधिवक्ता नाहर सिंह यादव ने कहा कि हमारा आज का प्रदर्शन भाजपा सरकार के खिलाफ है. भाजपा सरकार आरक्षण को समाप्त करना चाहती है. लेटरल एंट्री के मामले पर जब विपक्ष ने मजबूती के साथ आवाज उठाई तब सरकार को पीछे हटना पड़ा. सरकार को सबसे पहले जातीय जनगणना करनी चाहिए. हम भारत बंद का पूर्ण रूप से समर्थन करते हैं.
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन: समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष फैसल हुसैन के नेतृत्व में सपा नेताओं ने जिला मुख्यालय पर पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान सपा नेताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद जिला प्रशासन के माध्यम से सपा नेताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सोपा है. समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष फैसल हुसैन ने कहा कि सपा भारत बंद का पूर्ण रूप से समर्थन करती है. समाजवादी पार्टी ने हमेशा दलित और पिछड़ों का साथ देने का काम किया है. आरक्षण के लिए कितनी भी लंबी लड़ाई क्यों नहीं लड़नी पड़े हम कंधे से करना मिलकर साथ खड़े रहेंगे.'
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दिल्ली में भी प्रदर्शन: दिल्ली के पहलादपुर इलाके में भी SC-ST आरक्षण कोटे में कोटा के विरोध में प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान पुलिस फोर्स की तैनाती रही. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बाबा साहब ने हमें आरक्षण दिया है. अभी भी देश के एससी एसटी समाज आगे नहीं आ पाया है. इसलिए इसको आरक्षण की जरूरत है. हम अपना आरक्षण बचा कर रहेंगे. हम आरक्षण को छीनने नहीं देंगे. आरक्षण में आरक्षण का आदेश सही नहीं है. हम इसको नहीं मानेंगे इसी के लिए आज हम लोग अपना विरोध जाता रहे हैं और हमारा यह प्रदर्शन शांतिपूर्वक है.
इसलिए हो रहा है प्रदर्शन: बता दें, SC-ST आरक्षण कोटे में कोटा पर सुप्रीम कोर्ट की सलाह के विरोध में दलित संगठनों ने आज भारत बंद बुलाया है. JMM, RJD, BSP ने बंद का समर्थन किया. बंद समर्थकों की मांग है कि SC-ST में सब-कैटेगरी मंजूर नहीं है और ना ही SC-ST में क्रीमी लेयर हो. दरअसल, SC-ST आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था. सर्वोच्च न्यायालय ने सलाह दी थी कि SC-ST आरक्षण में वर्गीकरण हो सकता है. क्योंकि कुछ जातियां ज्यादा कमजोर स्थिति में हैं. ऐसे में जाति विशेष को हिस्सा देने से पहले आंकड़े हों, विशेष हिस्सा देने से पहले पिछड़ेपन का सबूत हो. सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में कहा था कि किसी जाति की संख्या को आधार बनाना गलत है.
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