डोईवाला: देश और सीमा के प्रहरी बीएसएफ यानी सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने 60वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया. डोईवाला में भी बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही. डोईवाला बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर के कमांडेंट महेश नेगी ने कहा कि यह गर्व करने वाला दिन है. क्योंकि, 60 सालों से बीएसएफ के जवान देश की सीमाओं की सुरक्षा निभा रहे हैं. आंतरिक सुरक्षा में भी बीएसएफ के जवान अहम भूमिका निभा रहे हैं.
अपना बलिदान देकर सुरक्षा में डटे हैं सीमा सुरक्षा बल के जवान: डोईवाला के सीमा सुरक्षा बल ट्रेनिंग सेंटर में भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति के साथ स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर के कमांडेंट महेश नेगी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने भारत और पाकिस्तान के 1971 के युद्ध में मुक्ति वाहिनी के प्रशिक्षण एवं अन्य विभिन्न प्रकार के युद्ध में कई बलिदान दिए हैं.
पाकिस्तान और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही देश के विभिन्न स्थानों पर सीमाओं की सुरक्षा में बीएसएफ के जवान अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में ओडिशा और छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित इलाके में सीमा सुरक्षा बल ने हिंसा को प्रभावी रूप से नियंत्रित किया है. इन क्षेत्रों में शांति बहाल करने के दौरान बलिदान भी बीएसएफ के जवानों ने दिए हैं.
As #BSFturns60 today, we, the Seema Prahari, proudly rededicate ourselves to the service of our Nation.
— BSF (@BSF_India) December 1, 2024
We remain steadfast in our commitment to uphold our motto #जीवनपर्यन्तकर्त्तव्य #BSFEarns60#BSFहीरकजयंती #सीमासुरक्षाबल #सदैवसतर्क pic.twitter.com/oFr3Ht1Ev5
डोईवाला में आयोजित कार्यक्रम में वर्तमान और पूर्व बीएसएफ अधिकारी व जवान अपने परिवार के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए. सभी ने धूमधाम से स्थापना दिवस मनाते हुए इस दिन को याद किया. वहीं, स्थापना दिवस के मौके पर डोईवाला बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर के डिप्टी कमांडेंट मनोज पैन्युली, हेमंत कोठियाल, अरुण रतूड़ी, नोकेश कुमार के अलावा तमाम सेवा के जवान और गणमान्य लोग मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें-