जैसलमेर : सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी राजस्थान फ्रंटियर के दो दिवसीय दौरे के तहत सीमावर्ती जिले जैसलमेर पहुंचे. जैसलमेर पहुंचने के बाद उन्होंने सीमा सुरक्षा बल जैसलमेर दक्षिण सेक्टर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सीमा चौकियों का निरीक्षण कर सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान सीमा सुरक्षा बल जैसलमेर दक्षिण सेक्टर के उपमहानिरीक्षक विक्रम कुंवर व बीएसएफ की 108वीं वाहिनी के कमांडेन्ट ने उनका स्वागत किया. जैसलमेर से लगती भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य व सीमा के प्रबंधन की जटिलताओं के साथ-साथ बॉर्डर पर होने वाली विभिन्न ऑपरेशनल गतिविधियों के बारे में उन्होंने जानकारी दी.
महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल देश की पहली रक्षा पंक्ति है और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी एवं जवान सर्वत्र सतर्क एवं सीमा सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि बीएसएफ किसी भी तरह के चुनौतियों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हर दम तैयार है. दिन हो या रात हम इस मुश्किल इलाके की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ के अधिकारियों और जवानों पर पूरे देश को गर्व है.
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इसके बाद बीएसएफ महानिदेशक चैधरी ने जवानों से मुलाकात कर उनकी हौंसला अफजाई की और बीएसएफ मुख्यालय की ओर से जवानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी. वहीं, महानिदेशक ने भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ लगती तारबंदी का मौका मुआयना करते हुए महिला सीमा चौकी पहुंचे. यहां उन्होंने महिला जवानों से भी मुलाकात कर उनका हौंसला बढ़ाया. यह महिला सीमा चौकी पूर्णतः सीमा सुरक्षा बल के बहादुर सीमा भवानी की ओर से डोमिनेट किया जाता है. महानिदेशक ने बीओपी पर मौजूद सीमा भवानी से बात की और उनका मनोबल बढ़ाया. इसके बाद महानिदेशक ने बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से जैसलमेर (दक्षिण) सेक्टर के सीमा की सुरक्षा व्यवस्थाओं एवं प्रशासनिक कार्यों के बारे में विस्तृत चर्चा की.