वाराणसी : एक लाख 95 हजार रुपये खर्च कर शादी करने के बाद राजस्थान के जोधपुर निवासी दूल्हे की दुल्हन राजघाट स्थित मालवीय पुल के समीप ऑटो से कूदकर भाग गई. दूल्हे ने दुल्हन की खोजबीन की लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा. दूल्हे ने आशंका जताई है कि वह पूर्वांचल के लुटेरी दुल्हन गिरोह का शिकार हुआ है.
जोधपुर निवासी युवक ने बताया कि वह अपने चार मित्रों के साथ 27 मार्च को वाराणसी आया था. जोधपुर के एक व्यक्ति के माध्यम से वाराणसी की एक महिला की शादी की बात हुई थी. वाराणसी आकर वह कैंट स्टेशन के सामने एक होटल में रुका. अगली सुबह एक व्यक्ति आया और उसे युवती की फोटो दिखाया. फोटो में युवती पसंद आने के बाद उसे सूजाबाद रामनगर स्थित उसके घर ले गया. वहीं, शादी की बात तय हो गई. लड़की के घर वाले परिवार की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देकर कपड़े खरीदने के लिए 15 हजार रुपये की मांगे.
इसके बाद 30 मार्च को शादी तय हुई. 30 मार्च को वह युवती के साथ कचहरी पहुंचा. युवती के साथ उसकी कथित मां और दो अन्य लोग भी थे. कचहरी में दोनों की नोटेरियल शादी हुई. इसके बाद दो टेंपो में सवार होकर सभी सूजाबाद स्थित एक मंदिर पहुंचे. मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार दोनों का विवाह हुआ. इस बीच युवती के परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला देकर एक लाख 80 हजार रुपये और ले लिया. शादी के बाद युवक दुल्हन को लेकर सूजाबाद से ऑटो से चला. युवक के अनुसार, राजघाट स्थित मालवीय पुल से थोड़ा पहले उसके ऑटो के सामने एक ऑटो आकर रुका. वहीं, दुल्हन ऑटो से कूदकर दूसरे ऑटो में बैठ गई. फिर, सभी तेजी से निकल गए. उसने दुल्हन की खोजबीन की, लेकिन उसका पता नहीं लगा.
इस घटना के बाबत एसीपी कोतवाली अमित पांडेय से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि हमें इस घटना के सम्बंध में कोई भी तहरीर नहीं मिली है, इसलिए अभी हम कुछ नहीं बता सकते हैं.
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