लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में फर्जी HSRP का कारोबार फल फूल रहा है. गोरखपुर और सीतापुर में ऐसा फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है. इसके बाद अब उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने सर्कुलर जारी कर प्रवर्तन अधिकारियों को फर्जी एचएसआरपी लगे वाहनों और इसका कारोबार करने वालों के खिलाफ सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं. कहा है कि किसी कीमत पर फर्जी एचएसआरपी लगे नंबरों वाले वाहन संचालित नहीं होने चाहिए. इन पर कड़ी कार्रवाई की जाए. जिन वाहनों में अब तक एचएसआरपी नहीं लगी है उन पर भी सख्त एक्शन लिया जाए. सभी के चालान काटे जाएं.
परिवहन विभाग ने हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा दी है. www.siam.co.in पर लॉगिन कर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की बुकिंग कराई जा सकती है, लेकिन ऑनलाइन बुकिंग में जालसाजों ने सेंध लगा दी है. जालसाज फर्जी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट बनाने लगे हैं. हाल ही में गोरखपुर में अधिकृत फर्म ने फर्जी नंबर प्लेट बनाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया. राजस्थान से यूपी के अंदर यह कारोबार चल रहा है. गिरफ्तार किए गए सरगना ने इसकी जानकारी दी.
अब परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह ने शक्ति दिखाते हुए प्रवर्तन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ऐसे फर्जी नंबर प्लेट बनाने वालों के बारे में जानकारी जुटाएं और कार्रवाई करें. एक अप्रैल 2019 से पहले वाले वाहनों के लिए भी हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाना अनिवार्य है. चेकिंग अभियान के दौरान ऐसे वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई करें जिनमें अब तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट नहीं लगी है. सभी वाहनों में एचएसआरपी लगवाने के लिए सख्त कदम उठाना जरूरी है.
अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) पुष्पसेन सत्यार्थी ने बताया कि प्रवर्तन अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अब चेकिंग अभियान के दौरान विशेष तौर पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट न लगाए हुए वाहनों पर कार्रवाई करें.
अब तक तीन करोड़ वाहनों में से 60 लाख में ही लग पाई हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट : उत्तर प्रदेश में 1 अप्रैल 2019 से पहले कुल तीन करोड़ वाहन पंजीकृत हैं. अब तक इतने वाहनों में से 80 लाख निजी और व्यावसायिक वाहनों में ही हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लग पाई है. यह औसत 26.67 फ़ीसदी है. इन वाहनों में व्यावसायिक वाहनों की संख्या 60 लाख है. इनमें से 21 लाख वाहनों में ही अब तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगी है. यह अनुपात 35% है. यानी अभी आधे से भी कम व्यावसायिक वाहनों में एचएसआरपी लग पाई है और कुल वाहनों की संख्या एक तिहाई भी नहीं पहुंच पाई है. एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर पुष्पसेन सत्यार्थी ने बताया कि अब हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगाने के लिए अभियान और तेज किया जाएगा.