कोटा. सिटी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए साइबर फ्रॉड करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस की ओर से बताया गया कि आरोपी ने भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है. यह सब एक टेक्निकल एरर के कारण हुआ था. दरअसल, बीपीसीएल का फ्लीट कार्ड ऑनलाइन रिचार्ज तो हो जाता था, लेकिन जिस बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर किए जा रहे थे, उससे पैसे नहीं कटे.
इस संबंध में डीएसपी मनीष शर्मा ने बताया कि बीपीसीएल के टैगोर नगर स्थित ऑफिस से प्रादेशिक मैनेजर ने आरकेपुरम थाने में एक मुकदमा दर्ज करवाया था. रिपोर्ट में फ्लीट कार्ड के जरिए 20 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायत की गई थी, जिस पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया. आरोपी रिछपाल सिंह पुत्र निर्मल सिंह मूल रूप से पंजाब के गुरदासपुर जिले के गुमान थाना के बटाला तहसील के मलुवाली ग्राम का निवासी है.
इसे भी पढ़ें - पुराने सिक्के बेचकर लखपति बनाने का देते झांसा, पुलिस ने 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार - 2 cyber fraud arrested in Alwar
आरकेपुरम थाना अधिकारी अजीत बागडोलिया और उनकी टीम ने पंजाब से आरोपी को गिरफ्तार किया. फिलहाल आरोपी से इस पूरे प्रकरण को लेकर पूछताछ की जा रही है. इस मामले में कुछ पेट्रोल पंप संचालक भी संदिग्ध हैं. इनके अलावा अन्य आरोपी भी इसमें शामिल हैं.
निशाने पर हैं 28 फ्लीट कार्ड, आरोपी ऐसे करते थे ठगी : डीएसपी मनीष शर्मा का कहना है कि आरोपी रिछपाल सहित 28 लोगों के खिलाफ बीपीसीएल ने मुकदमा दर्ज करवाया है. इसमें 20 करोड़ 87 लाख 5193 रुपए की ठगी होने की जानकारी दी गई है. सबसे बड़ी ठगी रिछपाल ने की थी, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया और उससे इस संबंध में पूछताछ की जा रही है. इस मामले में सामने आया है कि फ्लीट कार्ड के जरिए बीपीसीएल के पेट्रोल पंप से फ्यूल डलवाया जा सकता है. इस फ्लीट कार्ड को पहले रिचार्ज करना होता है, लेकिन किसी तकनीकी एरर का फायदा उठाकर आरोपी फ्लीट कार्ड को रिचार्ज कर लेते थे. इस एरर के चलते उनके बैंक अकाउंट से पैसे नहीं कटते थे. इसका फायदा उठाकर आरोपी रिछपाल ने करीब 6 करोड़ से अधिक के गड़बड़ झाले को अंजाम दिया था.
इसे भी पढ़ें - रिटायर्ड फौजी को ऑनलाइन शिकायत पड़ी महंगी, ठगों ने खाते से उड़ाए 16 हजार रुपए - Cyber Fraud Case
कई राज्यों में भराया फ्यूल, पेट्रोल पंप से लेते थे नकदी : डीएसपी शर्मा ने बताया कि फ्लीट कार्ड को ऑनलाइन वेब और मोबाइल ऐप के जरिए भी उपयोग किया जा सकता है. ऐसे में रिछपाल ने दोनों का ही उपयोग किया है. आरोपी रिछपाल ने देशभर के कई राज्यों के पेट्रोल पंप पर इस तरह से फ्यूल डलवाया. इसमें फ्लीट कार्ड नंबर डालने पर ओटीपी रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आता था. ऐसे में यह दूसरे राज्यों में फ्यूल डलवाने वाले लोगों को ओटीपी बता देता था और उनसे पैसा वसूल लेता था. यहां तक कि कई पेट्रोल पंपों से ये फ्लीट कार्ड को स्कैन करवा कर नकदी ले लेता था. फिलहाल एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा है और अन्य की तलाश की जा रही है. पुलिस की मानें तो जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.