गौरेला पेंड्रा मरवाही: पेंड्रा पुलिस ने सट्टेबाजों पर कड़ी कार्रवाई करते बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने सट्टा खिलाने वाले सटोरिए और सिम सप्लायर करने वाले लोगों को धर दबोचा है. पकड़े गए सभी छह लोग सट्टेबाजी के काले धंधे से जुड़े हैं. पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि पकड़े गए लोग स्काई एक्सचेंज राजा रानी एप के जरिए सट्टेबाजी का धंधा चला रहे थे.
सट्टेबाजों पर कसा शिकंजा: दरअसल पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता को सूचना मिली थी कि पेंड्रा में लंबे वक्त से आईपीएल मैचों पर कुछ लोग सट्टेबाजी करवा रहे हैं. एसपी के निर्देश पर साइबर सेल की टीम एक्टिव हुई और थाना इंचार्ज के साथ मौके पर जाकर रेड किया. रेड के दौरान एक आरोपी रितेश सुल्तानियां मौके से भागने में कामयाब रहा. मौके से मिले अहम दस्तावेजों और सबूतों के आधार पता चला कि सटोरियों का गिरोह किराए के खातों का उपयोग कर पूरे नेटवर्क को चला रहे हैं. बाकायदा सिम प्लायरों की मदद भी गिरोह के लोग रहे हैं. सट्टेबाजी के लिए फर्जी तरीके से सिम का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए सिम के चलते लेने देने नहीं पकड़ा जा रहा था.
''सट्टे के ऊपर कार्रवाई की गई थी जिसमें दो लोग पकड़े गए थे. भागने के दौरान एक शख्स भाग निकला था. भागने वाले शख्स का मोबाइल फोन गिर गया था. हमने मोबाइल को चेक किया तो कई बड़े खुलासे हुए. पता चला कि कई ऐसे लोग हैं जिनको पता ही नहीं है कि उनके नाम पर सिम लिया गया है और उसे कोई और इस्तेमाल कर रहा है. इसमें एक सिम सप्लायर योगेश देवांगन शामिल है. योगेश सिम खरीदने वालों के दो बार फिंगर प्रिंट लेता था. फिर उसके फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल कर फर्जी तरीके से सिम एलॉट कराता था और उसे सट्टेबाजों को बेच देता था''. - निकिता तिवारी, डीएसपी, पेंड्रा
नेटवर्क का पर्दाफाश: पकड़े गए सट्टेबाजों से पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं पुलिस ने पकड़े गए मास्टरमाइंड योगेश को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ कर रही है ताकि फर्जी सिम के खरीदारों का पता चल सके. पुलिस पकड़े गए सट्टेबाजों की क्राइम कुंडली भी खंगाल भी रही है. पुलिस फरार आरोपी रितेश सुल्तानियां की तलाश में दबिश दे रही है.