बोकारो: बीएसएल प्लांट के बाउंड्री वॉल निर्माण के समय तत्कालीन चास एसडीएम के द्वारा किए गए समझौते के तहत बोकारो स्टील प्रबंधन के द्वारा नियोजन नहीं देने के खिलाफ सैकड़ो विस्थापितों ने सोमवार को बोकारो डीसी आवास का घेराव किया. सुबह ही विस्थापित महिलाएं और पुरुष डीसी आवास के गेट के पास जाकर बैठ गए.
आश्वासन के बाद विस्थापितों का आंदोलन समाप्त
जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आए और डीसी के निर्देश पर अपर समाहर्ता मौके पर पहुंचे. उन्होंने समस्याओं के समाधान के लिए बैठक करने का आश्वासन दिया. इसके बाद विस्थापितों का घेराव समाप्त हुआ.
25 दिनों से धरना पर बैठे से विस्थापित परिवार
यह आंदोलन झारखंड आंदोलनकारी युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष ललित नारायण के नेतृत्व में किया गया था. संगठन के द्वारा बीते 25 दिनों से बीएसएल के डीसी कैनाल के पास धरना दिया जा रहा है. धरना के बावजूद पहल होता नहीं देख विस्थापितों ने सोमवार को डीसी आवास घेराव का कार्यक्रम किया था.
समझौते के तहत नियोजन नहीं मिलने पर फूटा गुस्सा
इस संबंध में झारखंड आंदोलनकारी युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष ललित नारायण ने बताया कि जब उक्त स्थल पर बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन के द्वारा चहारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा था, तब उस वक्त यह समझौता हुआ था कि विस्थापितों को नियोजन और रोजगार दिया जाएगा. चास के तत्कालीन एसडीओ ने लिखित समझौता कराया था, लेकिन बीएसएल प्रबंधन द्वारा समझौते के तहत एक भी कार्य नहीं किया. इतने दिनों बीत जाने के बाद भी इस पर कोई पहल नहीं हुई. इस कारण बाध्य होकर हमें आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा.
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