चित्तौड़गढ़: निंबाहेड़ा रोड पर सतखंडा गांव में बुधवार देर रात बाड़े में एक युवक का रक्तरंजित शव मिला. उसके सिर में गंभीर चोटें थी. गला दबाने के भी निशान मिले हैं. परिजन पुलिस को सूचना देकर उसे जिला चिकित्सालय लेकर आए, लेकिन यहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. परिवार के लोगों ने हत्या का अंदेशा जताया है. सदर निंबाहेड़ा पुलिस थाने से सहायक पुलिस उप निरीक्षक अर्जुन लाल गुरुवार को मौके पर पहुंचे. मौका मुआयना किया और मृतक के शरीर की चोटों को बारीकी से देखा.
निंबाहेड़ा सदर थाने के प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि मृतक 34 वर्षीय कमलेश पुत्र हीरालाल मेघवाल है. वह बुधवार शाम अपने गांव सतखंडा में अपने बाड़े पर गया था. रात 9 बजे तक भी नहीं लौटा तो उसकी बेटी और पत्नी बाड़े में गए.वहां कमलेश को अचेत हालात में देखकर दोनों की चीख निकल गई. इस पर भाई राजेंद्र, दिनेश और गोपाल के साथ आसपास के लोग भी पहुंच गए. उसके सिर के पीछे चोटें पाई गई. गले पर भी चोट के निशान थे. मौके पर खून बिखरा हुआ था.
पढ़ें: ब्लाइंड मर्डर का खुलासा: आरोपी गिरफ्तार, सबूत मिटाने के लिए अस्पताल के नाले में फेंका था शव
भाई गोपाल मेघवाल के अनुसार उसे तत्काल अस्पताल लेकर रवाना हुए और पुलिस को सूचना दी. जिला अस्पताल में जांच के बाद कमलेश को मृत घोषित कर दिया गया. चौकी पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर मुर्दाघर में रखवाया. थाने के सहायक पुलिस उप निरीक्षक अर्जुन लाल गुरुवार सुबह अस्पताल पहुंचे और मृतक के शव का बारीकी से परीक्षण किया.
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका: मृतक के भाई गोपाल लाल के अनुसार हालत को देखकर लगता है कि उसकी हत्या की गई है. उसकी जीभ निकली हुई थी. उन्होंने कहा कि आत्महत्या की बात भी नहीं जंच रही, क्योंकि बाड़े में कोई ऐसी जगह नहीं जहां आत्महत्या की जा सके. ऐसे में लगता है कि उसकी हत्या करके आत्महत्या का रंग देने का प्रयास किया गया है.
किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी: परिजनों के अनुसार उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. वह सीमेंट फैक्ट्री में मजदूरी करता था और धार्मिक प्रवृत्ति का था. उसके परिवार में दो लड़कियां और एक लड़का है. उसकी कमाई पर ही पूरा परिवार निर्भर था. थानाधिकारी संजय शर्मा ने कहा कि मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, जो भी तथ्य मिलेंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.