हिसार: जिले के बिठमडा गांव में बीते दिनों एक दर्दनाक हादसा हो गया था. दरअसल, एक कुआं खोदने के दौरान 50 फीट की गहराई में मिट्टी ढहने से एक मजदूर दब गया था. मौके पर आए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने बुधवार को कड़ी मशक्कत के बाद मृतक मजदूर के शव को सड़ी गली अवस्था में बरामद कर लिया है. हालांकि, इस ऑपरेशन के दौरान टीम को भारी परेशानी का सामना भी करना पड़ा, क्योंकि सोमवार देर रात को कुएं में फिर से मलबा गिर गया था,जिससे तलाशी अभियान टाल दिया गया था. प्रशासन ने मंगलवार को अभियान फिर से शुरू किया, चार मशीनों की मदद से लगभग 60 फीट तक खुदाई की, तब जाकर बुधवार को मृतक के शव को बरामद किया गया.
कई संस्थाओं की ली मदद: स्थानीय थाना प्रभारी गुरविंदर सिंह ने कहा कि रमेश का शरीर गल चुका था और लाश से बदबू आ रही थी. शव वाहन मौके पर बुलाकर रमेश के शव को हिसार पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि बीते चार दिनों से एनडीआरएफ की टीम और अन्य संस्थाओं ने मिट्टी में दबे रमेश के शरीर को बरामद करने में जुटे हुए थे, लेकिन घटना स्थल के पास रेतीली मिट्टी होने के कारण खुदाई करने में दिक्कत हो रही थी. रेतीली मिट्टी खुदाई के समय बार-बार कुएं में गिर रही थी. प्रशासन की ओर से अनुमान लगाया गया था कि रमेश का शव लगभग 50 फीट की गहराई पर दबा है, लेकिन 60 फीट की खुदाई करने के बाद रमेश के शव को बरामद कर लिया गया है. इस मामले में पुलिस की ओर से संबंधित कार्रवाई की जा रही है.
ऐसे हुआ था हादसा: बता दें कि बिठमडा गांव में नहर के पास कुछ मजदूरों ने कुआं खोदने के लिए ठेका लिया था. इसके तहत मजदूरों ने कुआं खोदने का काम शुरू किया था. रमेश नामक मजदूर कुएं से बाहर निकल रहा था. तब मिट्टी कुएं में ढह गई, जिसकी चपेट में वो आ गया. रमेश 52 फीट गहराई में दब गया था. इसके बाद, लोगों ने पुलिस प्रशासन को सूचित किया.
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