जयपुर: राजधानी जयपुर की सिटी ट्रांसपोर्ट सेवा को बेहतर बनाने के लिए अगले साल जुलाई तक 150 ई-बस जेसीटीएसएल के बेड़े से जुड़ेंगी. इसके साथ ही करीब 300 सीएनजी बसें भी ली जा रही हैं. जेसीटीएसएल की सोमवार को हुई बोर्ड मीटिंग में नई बसें खरीदने और टेंडर पर लिए जाने को लेकर फैसला किया गया. इसके साथ ही झोटवाड़ा क्षेत्र में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दो प्रमुख बस रूटों का विस्तार भी किया गया.
जयपुर में स्वायत्त शासन विभाग के मुख्यालय पर सोमवार को जेसीटीएसएल की बोर्ड मीटिंग में कई और फैसले किए गए. बैठक स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव की मौजूदगी में हुई. इसमें जेसीटीएसएल बसों के संचालन, मरम्मत, नई सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के साथ-साथ राइजिंग राजस्थान के लिए सिटी ट्रांसपोर्ट की व्यवस्थाओं को लेकर समीक्षा की गई. डीएलबी डायरेक्टर ने बताया कि एजीएम से पहले बोर्ड मीटिंग अनिवार्य है. पिछली बोर्ड मीटिंग में जो फैसले लिए गए थे, उनकी अनुपालना और अप्रूवल अगली बोर्ड मीटिंग में ही होता है.
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सीएनजी बसों का प्रस्ताव वित्त विभाग के पास: उन्होंने बताया कि पिछली बैठक में 300 सीएनजी बसें लेने का प्रस्ताव लिया गया था. यह प्रस्ताव वित्त विभाग के पास भेजा हुआ है. वहां से अप्रूवल का इंतजार है. वहां से प्रस्ताव आते ही दो तीन दिन में टेंडर लगा दिया जाएगा.इसके अलावा जितने भी जेसीटीएसएल के बस डिपो है. वहां रिपेयर और मेंटेनेंस की व्यवस्था को लेकर जेसीटीएसएल को यूआइडीएफ से साढ़े 5 करोड़ का लोन मिला है. उन्होंने उम्मीद जताई कि अगली जुलाई तक जयपुर को 150 ई बसें भी मिल जाएगी.
झोटवाड़ा में दो रूटों का विस्तार: झोटवाड़ा क्षेत्र में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 2 प्रमुख बस रूटों का विस्तार किया गया है. ओएसडी ज्योति मीणा की ओर से जारी आदेशों के अनुसार चौमूं पुलिया से जगतपुरा तक चलने वाली बस (एसी-7) अब जोशी मार्ग होते हुए संचालित होगी. इसी तरह, जोशी मार्ग से महात्मा गांधी हॉस्पिटल तक जाने वाली बस (एसी-2) का संचालन अब गोविंदपुरा से महात्मा गांधी हॉस्पिटल तक किया जाएगा.