श्रीगंगानगर : अब कोई भी व्यक्ति कहीं भी और स्वयं ही अपनी ब्लड शुगर की जांच अपने मोबाइल के जरिए कर सकेगा. इस प्रकार की एक अत्याधुनिक डिवाइस का निर्माण किया गया है, जिसे टांटिया यूनिवर्सिटी के दो सदस्यों सहित दस लोगों की टीम ने मिलकर बनाया है. यह डिवाइस मधुमेह रोगियों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित होगी और इसका पेटेंट भी करवाया जा चुका है.
मोबाइल पर ही मिलता रहेगा अपडेट : टांटिया यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजेंद्र गोदारा ने बताया कि ग्लूकोज मॉनिटरिंग पैच डिवाइस का निर्माण करने वाली इस टीम में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दक्षिण भारत के विशेषज्ञों के साथ-साथ टांटिया यूनिवर्सिटी नर्सिंग संकाय के डीन डॉ. अशोक कुमार यादव और सहायक आचार्य वीरेंद्र गोदारा भी शामिल थे. भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय ने सभी दस सदस्यों के नाम से इस डिवाइस का पेटेंट किया है. टीम के वरिष्ठ सदस्य डॉ. यादव ने बताया कि यह डिवाइस रोगी के शरीर पर लगाने के बाद ब्लूटुथ के माध्यम से मोबाइल फोन से कनेक्ट हो जाती है, जिससे मरीज की शुगर की मात्रा का अपडेट मोबाइल में ही मिलता रहता है. व्यक्ति दिन में जितनी बार चाहे, उतनी बार अपनी शुगर जांच सकता है.
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यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरमैन डॉ. मोहित टांटिया, कार्यकारी निदेशक केएस सुखदेव और रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने पेटेंट अवार्ड देकर डॉ. यादव और वीरेंद्र गोदारा को सम्मानित किया और इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई दी. इस मौके पर वाइस चेयरमैन डॉ. मोहित टांटिया ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन हमेशा अपने अधिकारियों और स्टाफ को देशहित में सृजनात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित करता रहता है. उन्होंने कहा कि हमें अपनी ऊर्जा और संसाधनों का उपयोग करके समाज को लाभ पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए.